दैनिक अवंतिका उज्जैन।  चैत्र मास की चतुर्दशी पर रविवार को भगवान सिद्धनाथ महाराज को दूध चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की तड़के 4 बजे से कतार लगी। वहीं पितरों की शांति के लिए देशभर से हजारों श्रद्धालु यहां पूजन व पिंडदान-तर्पण कराने के लिए पहुंचेे।  

श्रद्धालुओं ने यहां शिप्रा नदी में स्नान भी किया। इसके बाद भगवान सिद्धनाथ का पूजन-अर्चन कर दुग्धाभिषेक किया गया। शिप्रा के घाटों पर पूजन के लिए भीड़ लगी रही।चैत्र कृष्ण चतुर्दशी का महत्व होने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर के पुजारी सुधीर चतुर्वेदी ने बताया यहां माता पार्वती ने सिद्धवट की स्थापना की थी। यह देश में चार प्रमुख वट वृक्ष में शामिल है। पितरों के मोक्ष और शांति के लिए देशभर के हजारों श्रद्धालु चतुर्दशी और अमावस्या पर उमड़ते हैं।