आचार संहिता लागू होते ही शिकायतें मिलने लगी, सी-विजिल एप पर अभी तक शहर से 179 शिकायतें प्राप्त…सौ मिनट में कार्रवाई

ब्रह्मास्त्र उज्जैन

लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही निर्वाचन आयोग को शिकायतें मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आचार संहिता लागू होने के बाद से 4 अप्रैल तक शहर से ही 179 श्किायतें आयोग को प्राप्त हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार शिकायत मिलने के करीब सौ मिनट में ही कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। ये शिकायतें सी-विजिल एप पर प्राप्त हुई है।
गौरतलब है कि सी-विजिल एप भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन वाली शिकायतों के निवारण के लिए तैयार किया गया है। इस एप के जरिए कोई भी नागरिक राजनैतिक दलों या प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए किसी भी तरह से धन, सामग्री, कपड़ें, जेवरात आदि का वितरण करने, मतदाताओं को उनके पक्ष में मतदान करने के लिए धमकाने, मतदाताओं को स्वयं के वाहन से लाने-ले जाने, किसी भवन स्वामी की अनुमति के बिना उसके भवन, दीवारों या परिसर पर प्रचार सामग्री चस्पा करने, लगाने या दीवार पर विज्ञापन लिखवाने सहित अन्य प्रकार की शिकायतें कर सकता है।

फूंक-फूंक कर रख रहे कदम
इधर शहर में भी राजनीतिक दल भले ही चुनाव प्रचार करने में जुटे हुए हो लेकिन जिस तरह से शहर के नागरिक जागरूक होकर शिकायतों को एप में दर्ज करा रहे है उससे राजनीतिक दल भी फूंक-फूंककर कदम रख रहे है। उन्हें इस बात का डर है कि जरा सी भूल उनके लिए सिरदर्द बन सकती है अर्थात निर्वाचन आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई भी कर सकता है। इधर निर्वाचन कार्यालय के अफसरों ने यह भी बताया है कि नागरिक यदि निर्वाचन में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी किसी भी प्रकार की शिकायत सीधे आयोग को करना चाहते हैं, तो वे सी-विजिल एप के माध्यम से कर सकते हैं। इसके लिए संबंधित नागरिक को गूगल प्ले स्टोर पर जाकर सी-विजिल एप डाउनलोड करना होगा। इसके लिए नागरिक को ऐसी किसी भी घटना की जानकारी होने पर फोटो या वीडियो सी-विजिल एप पर अपलोड करना होगा। शिकायत मिलने पर अगले 100 मिनट में कार्यवाही की जाएगी।

जागरूक हो गए है नागरिक…
जिस तरह से एप पर शिकायत मिलने की संख्या अभी तक 179 तक पहुंच गई है उससे यह महसूस किया जा रहा है कि शिकायतों की संख्या अभी और भी ज्यादा संख्या तक पहुंच सकती है। निर्वाचन कार्यालय से जुड़े अफसरों का यह कहना है कि नागरिक अब जागरूक हो गए है और उन्हें किसी तरह से भी लालच में नहीं लिया जा सकता है।