April 27, 2024

 

पुजारियों समेत 20 लोगों हुए बयान, गुलाल उड़ाने से आग लगने की बात आई थी सामने

उज्जैन। महाकाल मंदिर में होली की धुलेंडी को गर्भगृह में लगी आग के मामले में गठित जांच समिति की प्राथमिक रिपोर्ट आज शाम तक कलेक्टर को सौंपी जाएगी। संभावना है कि जिन कारणों से आग लगी उन सभी का समावेश होगा। केमिकल युक्त गुलाल किसने उड़ाया, गुलाल कहां से आया, इसे रोका क्यों नहीं गया, कौन-कौन दोषी हैं, आदि बिंदु रिपोर्ट में शामिल हो सकते है। देखना यह है कि इन सवालों के जवाब इस रिपोर्ट में ही मिलेंगे या फिर आगे जांच बढ़ाए जाने की बात कही जाएगी, ताकि विस्तृत जांच में पुख्ता तौर पर पता लग सके कि कहां-कहां चूक लापरवाही हुई।
गौरतलब है कि महाकाल मंदिर में गत सोमवार को भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में लगी आग की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए थे। बताया जा रहा है कि जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि आग केमिकलयुक्त गुलाल उड़ाने से ही भभकी थी। जांच अधिकारियों को सीसीटीवी फुटेज से इसके सबूत मिले हैं। अब जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट कलेक्टर नीरज सिंह को सौंपी जाएगी।

पुजारियों समेत 20 लोगों के बयान दर्ज

जांच समिति में शामिल अधिकारियों ने मंदिर कर्मचारियों, पुजारियों, सेवकों सहित 20 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। गुलाल के नमूने लेकर इन्हें जांच के लिए भेजा गया है। इस बीच दर्शनार्थियों को भीतर भेजने से पहले मोबाइल आदि सख्ती से बाहर ही रखवाया जा रहा है। नंदी हाल में फिलहाल प्रवेश रोका गया है। मंदिर प्रबंध समिति ने यह तय किया है कि शनिवार 30 मार्च को रंग पंचमी पर भगवान को एक लोटा रंग अर्पित किया जाएगा। यह टेसू के फूलों और केसर से बना हुआ होगा।