चाय बनाने के लिये गैस चालू करते ही सिलेंडर से निकला रेग्यूलेटर -जयवंतपुर खेड़ा में आग लगने से झुलसा चौकीदार का परिवार, पत्नी की हालत गंभीर

दैनिक अवंतिका उज्जैन।
उज्जैन। चाय बनाने के लिये सुबह जैसी ही महिला ने गैस चालू किया, सिलेंडर में लगा रेग्यूलेटर निकल गया और आग लग गई। महिला लपटों की चपेट में आते ही चिख पड़ी। पति और पुत्र बचाने के लिये पहुंचे, लेकिन दोनों भी झुलस गये। ग्रामीणों की मदद से तीनों को उपचार के लिये निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां महिला की हालत गंभीर बताई गई है।
मक्सीरोड पर ग्राम जयवंतपुर खेड़ा में चौकीदारी करने वाला तोलाराम पिता नानुराम राठौर का परिवार निवास करता है। शुक्रवार सुबह 6.30 बजे लगभग उसकी पत्नी राधा राठौर चाय बनाने के लिये पहुंची और गैस चालू किया, उसी दौरान सिलेंडर में लगा रेग्यूलेटर निकल गया और आग लग गई। राधा लपटो की चपेट में आ गई। घर में पति तोलाराम और पुत्र गोपाल राठौर ने राधा की चिख सुनी तो वह बचाने दौड़े, लेकिन दोनों हाथ-पैर झुलस गये। मकान में आग लगने की खबर लगते ही आसपास के लोग भी एकत्रित हो गये थे। उन्होने घटना की जानकारी डायल हड्रेंड पर दी और मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने अपने संसाधनों से आग पर काबू पाया। तीनों को उपचार के लिये निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उपचार के लिये भर्ती करते हुए राधा की हालत गंभीर होना बताई है। ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद देर शाम तक पुलिस नहीं पहुंची थी। वहीं मामले में पंवासा थाना पुलिस का कहना था कि उन्हे ना तो ग्रामीणों से सूचना मिली ना ही अस्पताल की ओर से जांच साना प्राप्त हुआ। एक दिन पहले ही एजेेंसी से लाए थे टंकी
घायल तोलाराम ने बताया कि वह चौकीदारी का काम करता है, उसकी पत्नी आंगनवाड़ी में खाना बनाती है। गैस टंकी उज्जवला योजना की है, जिसे एक दिन पहले ही बाढ़कुम्मेद स्थित गैस एजेंसी से लेकर आये थे। गैस चालू करते ही रेग्यूलेटर निकल गया था। आग में पूरे घर का सामान जल गया है। वहीं ग्रामीणों का कहना था कि भगवान की कृपा रही कि गैस टंकी में विस्फोट नहीं हुआ, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। तीनों की जान भी जा सकती थी। शाम तक ना पुलिस पहुंची थी ना ही किसी प्रशासनिक अधिकारी ने परिवार के संबंध मं जानकारी प्राप्त की