शिकायत पर प्रशासन ने प्राचीन चबूतरे पर स्थापित शिवलिंग हटाया, विधायक मेव के धरने के बाद प्रशासन झुका, शिवलिंग पुनः स्थापित होने के बाद खत्म हुआ धरना

मंडलेश्वर। शिवरात्रि के एक दिन पूर्व स्थानीय प्रशासन ने सनातन समाज की आस्था के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास किया। प्राचीन चबूतरे पर स्थापित शिवलिंग की कलेक्टर को हुई शिकायत पर स्थानीय प्रशासन पूरे दल बल के साथ तत्काल शिवलिंग हटाने पहुंच गया। मौके पर पहुंचे दल बल में एसडीएम अनिल कुमार जैन, एसडीओपी मनोहर गवली, नप सीएमओ शिवजी आर्य सहित महेश्वर, मंडलेश्वर, करही एवं कसरावद के थाना प्रभारी एवं विभिन्न थानों का पुलिस बल एवं नगर परिषद कर्मचारी मौजूद थे। कार्यवाही के शुरुवाती दौर में स्थानीय प्रशासन मौके से शिवलिंग हटाने के अपने प्रयास में सफल भी हो गया। चबूतरे से शिवलिंग हटाकर पीसीआर वाहन में रखने के दौरान ही विधायक मेव का काफिला वहा से गुजरा। मेव जब तक अपनी गाड़ी से उतरकर मामले को समझते तब तक शिवलिंग वहा से जा चुका था। उसके बाद विधायक मेव अपने समर्थकों के साथ चबूतरे पर ही धरने पर बैठ गए। विधायक के धरने पर बैठने के बाद मौके पर मौजूद एसडीएम जैन एवं एसडीओपी गवली को हताश देखे गए।

गत वर्ष भी इसी स्थान पर हुआ था विवाद:

गत वर्ष 6 अगस्त 2023 को भी इसी चबूतरे पर स्थापित शिवलिंग को लेकर प्रशासन एवं रहवासियों में विवाद की स्थिति निर्मित हुई थी। तब चबूतरे के समीप स्थित मस्जिद पक्ष द्वारा शिकायत की थी की उक्त शिवलिंग से हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हो रही है। तब भी रहवासियों के विरोध के उपरांत प्रशासन को झुकना पड़ा था। तब भी मुस्लिम पक्ष की शिकायत के बाद चबूतरे पर शिवलिंग की पूजा करने वाली स्थानीय महिलाओं ने मस्जिद पीछे लगे सीसीटीवी कैमरे की शिकायत की थी उस पर कार्यवाही में मस्जिद पक्ष द्वारा कैमरा हटवा लिया पर गुरुवार के विवाद के दौरान हिंदू महिला पक्ष ने प्रशासन को छिपा हुआ सीसीटीवी कैमरा दिखाते हुए फिर शिकायत की। धार्मिक भावनाओं के अंतर्गत किसी शिकायत को लेकर प्रशासन की दोहरी नीति इस बात से उजागर होती है की हिंदू पक्ष पर प्रशासन दल बल के साथ तत्काल कार्यवाही करने पहुंच जाता है वही हिंदू पक्ष की शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं होती है।

विधायक के धरने के उपरांत झुका प्रशासन, लौटाया शिवलिंग, हुआ पुनः स्थापित

चबूतरे पर धरने पर बैठे विधायक के कारण मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी लाचार नजर आए। उच्च अधिकारियों को लगातार मोबाइल पर वस्तुस्थिति से अवगत करवाते रहे। एसडीएम अनिल कुमार जैन एवं विधायक राजकुमार मेव के बीच हुई चर्चा के दौरान मेव ने प्रशासन को शिवलिंग लौटने की एकमात्र बात कही। जिसके आगे मजबूर होकर प्रशासन को शिवलिंग लौटाना पड़ा।

विधिविधान एवं धूमधाम से हुई शिवलिंग की पुनर्स्थापना:

प्रशासन द्वारा चबूतरे से उठाए गए शिवलिंग को वापस लौटाया गया। जब शिवलिंग वापस आया तो मौके पर मौजूद जन समुदाय ने आतिशबाजी एवं ढोल के माध्यम से शिवलिंग का स्वागत किया। रहवासी महिलाए पूर्व से ही विधायक मेव के साथ धरने पर बैठी हुई थी। जब उन्हें शिवलिंग वापस मिलने की खबर मिली तो उनमें खुशी की लहर दौड़ गई। इस शिवलिंग के साथ रहवासी महिलाओं की भावनाएं जुड़ी हुई थी। पूर्व में जर्जर अवस्था में पड़े इस चबूतरे का पुनर्निर्माण भी महिलाओं ने जनसहयोग के माध्यम से किया था। उपस्थित महिलाओं ने मौके पर मौजूद पंडित अमित कानूनगो के आचार्यत्व में शिवलिंग को विधि विधान से पुनर्स्थापित किया। स्थापना के उपरांत उपस्थित जनसमुदाय ने भगवान शिव की आरती कर प्रसाद वितरण किया।

रिपोर्ट दीपक सिंह तोमर