वारदात में पिता ने पुत्र को किया शामिल कर्ज चुकाने के लिये चोरी किया था 7 लाख का ट्रक -3 लाख में इंदौर के कबाड़ियों को बेचा, 2 हिरासत में अन्यों की तलाश

दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) क्षिप्रा विहार कालोनी से चार दिन पहले चोरी गये ट्रक के मामले में पुलिस को सफलता मिल गई है। बदमाश शिफ्ट कार से वारदात करने आये थे। उज्जैन के पिता-पुत्र ने वारदात की योजना बनाई थी। इंदौर-देवास के बदमाशों ने ट्रक को ठिकाने लगा दिया था। वारदात को कर्ज चुकाने के लिये  अंजाम दिया गया था।क्षिप्रा विहार कालोनी से 7-8 दिसंबर की रात बैंड वाली गली से 7 लाख कीमत का ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचजी 3624 चोरी हो गया था। ट्रक मालिक भगवतसिंह पिता दरियावसिंह सिसौदिया निवासी एलांस सिटी आगररोड ने नाग­िारी थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि ट्रक चालक धर्मेन्द्र चौहान ने अपने घर के बाहर खड़ा किया था। उसे सुबह विक्रनगर उद्योगपुरी से सामान लोड करना था। पुलिस ने मामला दर्ज कर क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। जिसमें एक शिफ्ट कार दिखाई दिये। जिसमें सवार तीन से चार बदमाश सवार थे। जिन्होने ट्रक चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। फुटेज के आधार पर शिफ्ट कार को ट्रेस किया गया और नाग­िारी क्षेत्र के रहने वाली समीर और उसके जिशान को हिरासत में लिया। जिनसे पूछताछ में समीर ने बताया कि उसके देवास निवासी दोस्त धर्मेन्द्र और उसके ऊपर कर्ज हो गया था। जिसके चलते ट्रक चोरी की योजना बनाई थी।  पुत्र जिशान को भी वारदात में शामिल किया और ट्रक चोरी कर इंदौर के परिचित कबाड़ियों को तीन लाख में बेच दिया। पुलिस कबाडियों की तलाश में इंदौर स्थित खजराना पहुंची तो सिर्फ ट्रक की बॉडी और इंजन मिलना सामने आया। कबाडी फरार हो चुके थे। पुलिस ने समीर की निशानदेही पर ट्रक चोरी में प्रयुक्त की गई शिफ्ट कार क्रमांक एमपी 13 ­ोडसी 8230 भी बरामद की है। इंदौर-देवास में दी गई दबिश ट्रक चोरी के वारदात में मुख्य आरोपी समीर के देवास निवासी दोस्त की तलाश और इंदौर के कबाडियों की धरपकड़ के लिये पुलिस ने मंगलवार को दबिश दी, लेकिन सभी फरार होना सामने आये। जिनकी तलाश में एक टीम लगातार उनके ठिकानों पर दबिश देकर गिरफ्तार करने के प्रयास में लगी है। देर रात मामले का खुलासा किया। हिरासत में आये पिता-पुत्र को आज न्यायालय में पेश किया जाएगा। इनकी रही भूमिका नाग­िारी टीआई केएस गेहलोत ने बताया कि चार दिन में चोरी हुए ट्रक का सुराग तलाशने और 2 को गिरफ्तार करने में एसआई जीएस मंडलोई, एएसआई द्वारिका प्रसाद, रामप्रसाद वेद, आरक्षक मनीष यादव, रोहित मिश्रा और सैनिक लखन की भूमिका रही है। जिन्होने वारदात के बाद फुटेज देखने और बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।