तराना में तीन दिन, उज्जैन में एक दिन की प्रक्रिया प्रदेश सरकार चुनने के लिये दिव्यांग-बुजुर्गो ने किया मतदान -जिले में 1800 सौ मतदाता डालेगें वोट, घर-घर पहुंच रहे मतदानकर्मी

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) प्रदेश में पहली बार दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिये घर बैठे मतदान करने की पहल शुरू की गई है। सोमवार को जिले में मतदानकर्मियों का दल घर-घर पहुंचा और पोलिंग बूथ बनाकर वोट डलवाएं गये। तीन दिनों तक यह प्रक्रिया जारी रहेगी। प्रदेश में 17 नवम्बर को मतदान होगा।कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने बताया कि दिव्यांगों और बुजुर्गो के लिये घर बैठे मतदान करने के लिये आवेदन प्राप्त किये गये थे। जिले में 1800 सौ मतदाताओं ने सुविधा का लाभ उठाने के लिये आवेदन किया था। इस प्रक्रिया में सोमवार से मतदानकर्मियों का दल घर-घर पहुंचना शुरू हो गया है। तराना में 597 मतदाता है, वहीं उज्जैन में 200 मतदाता घर बैठे मतदान करेगें। यह प्रक्रिया तीन दिनों तक जारी रहेगी। अन्य विधानसभा में अलग-अलग तिथि पर 9 नवम्बर तक आवेदन देकर घर बैठे मतदान करने वाले बुजुर्ग और दिव्यांगों के यहां दल पहुंचेगें। एक बार में मतदाता के नहीं मिलने पर दोबारा से दल उनके घर जायेगा। यह प्रक्रिया को तीन दिन में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। नागदा-खाचरौद विधानसभा में 269, महिदपुर में 50, तराना में  597, घट्टिया में 178, उज्जैन उत्तर 287, उज्जैन दक्षिण 264 और बडऩगर विधानसभा में 162 बुजुर्ग-दिव्यांगजन मतदाता अपने मताधिकारी का उपयोग घर बैठे करेगें। बताया जा रहा है कि जिले में 24 हजार से अधिक दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता है, लेकिन आवेदन देने वाले मतदाताओं के यहां दल पहुंच रहा है। शेष मतदाता 17 नवम्बर को मतदान करने अपनी विधानसभा के पोलिंग बूथ पर पहुंचेगें, वहां उनके लिये सुविधा की जाएगी। नौकरीपेशा मतदाताओं जिसमें सेना, केन्द्रीय सुरक्षाबल सहित अन्य विभागों में पदस्थ मतदाता है, जिनकी चुनाव के दौरान ड्युटी लगाई गई है, वह ईटीपीबीएमएस सिस्टम से मतदान की व्यवस्था की गई है। उन्हे इलेक्ट्रॉनिक मतपत्र जारी किया जाएगा। जिसे डॉक के माध्यम से आरओ को प्रेषित किया जाएगा। निर्वाचन कार्यालय के अनुसार चुनाव में ड्युटी करने वाले मतदाताओं में नागदा-खाचरौद में 286, महिदपुर में 124, तराना में 396, घट्टिया में 241, उज्जैन उत्तर में 129, उज्जैन दक्षिण में 220 और बडऩगर में 144 मतदाता शामिल है। जो शिक्षा विभाग के साथ अन्य विभागों में पदस्थ है। निर्वाचन ड्यु़टी में तैनात पुलिस अधिकारी-कर्मचारी के साथ परिवहन व्यवस्था में तैनात ड्रायवर-क्लीनर संबंधित विधानसभा के आरओ कार्यालय में स्थापित फेसेलिटेशन सेंटर पर 10 से 16 नवम्बर तक मतदान कर सकेगें। शुरू होगी वाहनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया चुनाव के दौरान जिले में बनाए गये मतदान केन्द्रों तक मतदान सामग्री पहुंचाने के लिये अब वाहनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया जिला प्रशासन द्वारा शुरू की जाएगी। जिसमें बसों के साथ चार पहिया वाहन शामिल होगें। मतदान केन्द्रों तक जाने और वापस मतदान केन्द्रों तक दल को लेकर लौटने के लिये करीब एक हजार से अधिक वाहन अधिग्रहित होगें। प्रशासन और आरटीओं के माध्यम से पहले ही वाहन मालिको को पत्र जारी किये जा चुके है। मतदान दिनांक 17 नवम्बर से दो दिन पहले सभी वाहनों को स्ट्रांगरूम इंजीनियरिंग कॉलेज ग्राउंड में खड़ा कर लिया जाएगा। जो 18 नवम्बर की शाम तक रिलिव होगें। 17 कंपनियां संभालेगी सुरक्षा की कमान जिले की सात विधानसभा सीटो पर होने वाले मतदान को लेकर बनाए जा रहे केन्द्रों पर सुरक्षा की कमान देशभर के अलग-अलग प्रदेशों से कुछ 17 कंपनियां उज्जैन पहुंच  रही है। कुछ कंपनियों ने दस्तक दे दी है। शेष भी दीपावली तक पहुंच जाएगी।  जिले में कुछ 1799 पोलिंग बूथ बनाए गये है। जहां उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र सहित अन्य प्रदेशों से आई कंपनियां तैनात रहेगी एक कंपनी में 80 से 90 सुरक्षाकर्मी रहेगें। जिनके साथ स्थानीय पुलिस बल भी सुरक्षा-व्यवस्था के लिये तैनात रहेगा।