1-धोखाधड़ी का शिकार श्रद्धालु भस्मारती के नाम पर गुजरात के श्रद्धालुओं से12 हजार की धोखाधड़ी -प्रवेश नहीं मिलने पर हुआ खुलासा, ऑनलाइन दिये थे रूपये

उज्जैन। महाकाल लोक बनने के बाद महाकलेश्वर मंदिर पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो चुका है। प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु आस्था लेकर पहुंच रहे है। श्रद्धालुओं की आस्था का फायदा शातिर बदमाशों द्वारा उठाया जा रहा है। एक बार फिर बाबा महाकाल की भस्मारती के नाम श्रद्धालुओं से 12 हजार की धोखाधड़ी होने का मामले सामने आया है। 12 ज्योर्तिलिंगों में विश्व प्रसिद्ध दक्षिणमुखी बाबा महाकाल के दर्शन मात्रा से सभी चिंताएं दूर हो जाती है। बाबा की तड़के होने वाली सबसे पहली भस्मारती सभी आरती में अद्भुत है। जिसमें शामिल होने के लिये हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंचते है। शुक्रवार रात गुजरात से 12 श्रद्धालुओं का दल भस्मारती करने के लिये उज्जैन पहुंचा था। तड़के 3.30 बजे जब भस्मारती में प्रवेश के लिये द्वार पर पहुंचे तो अनुमति नहीं होने पर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हे रोक दिया। भस्मारती के दर्शन नहीं होने पर श्रद्धालुओं को अपनी साथ धोखाधड़ी होने का पता चला। उन्होने मामले की शिकायत मंदिर समिति से की तो सामने आया कि उनका संपर्क सप्ताहभर पहले अभिषेक नामक व्यक्ति से मोबाइल के माध्यम से हुआ था। उसने भस्मारती की अनुमति दिलाने की बात कहीं थी और ऑनलाइल प्रत्येक श्रद्धालुओं के एक हजार रूपये के हिसाब से 12 हजार रूपये ऑनलाइन ट्रांसफर भी करवा लिये थे। उसने सभी के आधार कार्ड भी वाट्सएप पर लिये थे। श्रद्धालुओं के साथ धोखाधड़ी होने पर महाकालेश्वर मंदिर समिति प्रशासक संदीप सोनी ने मामले की जांच के आदेश दिये है। लगातार भस्मारती के नाम पर हो रही ठगी महाकलेश्वर मंदिर में बाबा की भस्मारती की अनुमति मंदिर समिति द्वारा जारी की जाती है। जो ऑनलाइन भी होती है। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु ऑनलाइन बुकिंग के लिये सर्चिंग करते है। जहां उनका संपर्क शातिर लोगों से हो जात है और धोखाधड़ी के शिकार हो जाते है। पूर्व में भी कई मामले सामने आ चुकी है। मंदिर समिति मामले दर्ज करा चुकी है। पुलिस ने कई शातिर लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है बावजूद भस्मारती के नाम पर धोखाधड़ी के मामले कम नहीं हो रहे है। होटलों के नाम पर हो चुकी है धोखाधड़ी बाबा महाकाल भस्मारती और दर्शन के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी के साथ ही श्रद्धालुओं को होटल और धर्मशाला के नाम से ठगा जा रहा है। बाहर से आने वाले श्रद्धालु गूगल पर महाकाल मंदिर के आसपास होटल-धर्मशाला सर्च करते है। कई शातिर बदमाशों ने महाकाल मंदिर के नाम से फर्जी साइड बना रखी है, वह बुकिंग के नाम पर ऑनलाइन रूपये जमा कर लेते है। जब श्रद्धालु यहां पहुंचता है तो होटल नहीं मिलती है। पूर्व में महाकाल मंदिर धर्मशाला के पर फर्जी बुकिंग के मामले भी सामने आ चुके है।