मध्य प्रदेश में आफत की भारी बारिश उज्जैन में शिप्रा, नर्मदापुरम में खतरे के निशान के करीब नर्मदा, कई नदी, नाले उफनाए

उज्जैन में मंदिर डूबे, इंदौर में 61 साल का रिकॉर्ड टूटा ,निचले इलाके की बस्तियां खाली कराई; बैतूल के भीमपुर में रिकॉर्ड बारिश

इंदौर/उज्जैन/भोपाल । बंगाल की खाड़ी से उठे सिस्टम ने मध्यप्रदेश को तरबतर कर दिया। छोटे-बड़े नदी – नाले उफना गए हैं। बरगी, तवा, ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर, यशवंत सागर, सतपुड़ा, माचागोरा, पारसडोह, गंभीर, शिप्रा बांध के गेट खोलना पड़ गए। बैतूल के भीमपुर में पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 17.51 इंच पानी गिर गया। इंदौर में 61, भोपाल में 11 साल का रिकॉर्ड टूटा।

इंदौर में 24 घंटे में 11 इंच बरसा, तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी

इंदौर में शुक्रवार से ही तेज बारिश का दौर जारी है। रीगल क्षेत्र में शुक्रवार शाम 4 बजे से शनिवार शाम 4 बजे 266.02 मिलीमीटर यानी करीब 11 इंच बारिश हो चुकी है। बारिश का सिल‍सिला जारी है। इसके साथ ही इंदौर ने औसत बारिश का आंकड़ा भी पार कर दिया है। शहर की औसत बारिश का आंकड़ा 36.5 इंच है। मौसम विभाग ने इंदौर संभाग में लगातार तीन दिन तेज बारिश की चेतावनी दी है।

इंदौर में बाढ़ में फंसे 21 लोगों को बाहर निकाला

शनिवार दोपहर में राऊ तहसील के ग्राम कलारिया में गंभीर नदी डैम की बाढ़ में फंसे 21 लोगों को इंदौर जिला प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चला कर बचाया। इनमें महिलाएं बच्चे सहित कुछ मछुआरे डैम के समीप गिरे हुए थे। हालत बिगड़ने की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और जिला प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई कर सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। इसी तरह इंदौर शहर में महेश नगर में निचली बस्ती के घरों को खाली करवा दिया गया है। कबूतरखाना क्षेत्र से भी कई परिवार रेस्क्यू किए गए हैं। तालाबों के किनारे से भी घर खाली करा कर उन्हें राहत कैंप में भेजा गया है।

मोरटक्का का पुल बंद, ओंकारेश्वर न आने की सलाह

उधर, खंडवा रोड पर नर्मदा का मोरटक्का पुल बंद कर दिया गया है। ओंकारेश्वर में शंकराचार्य मूर्ति अनावरण में जाने वाले लोगों को नहीं आने की सलाह दी गई है। इससे पहले रात में पूर्व मंत्री रंजना बघेल का बेटा और उसका दोस्त चोरल में बहकर फंस गए थे। दोनों को देर रात बचा लिया गया है।

इंदौर में यशवंतसागर बांध के 4 गेट खुले, मिनी बस बही

इंदौर में शुक्रवार शाम से लगातार बारिश शनिवार सुबह आफत में बदल गई है। कई घरों में पानी घुस गया है। सुपर कॉरिडोर पर सर्विस रोड की पुलिया से स्टाफ की मिनी बस बह गई। 15 लोग सवार थे, सभी को बचा लिया गया है। गांधी नगर क्षेत्र और एमआर-10 वाले हिस्से में पानी भर गया। यशवंतसागर डैम के चार गेट खोल दिए गए हैं। इससे शहर के सभी तालाब पूरी क्षमता से भर गए हैं।

नागदा में रेलवे ट्रैक पर पानी भरा, रतलाम में पत्थर गिरे

नागदा (उज्जैन) रेलवे स्टेशन के नजदीक दिल्ली को जाने वाले अप एंड डाउन रेल ट्रैक पर पानी भर गया। यात्री कुलदीप सिंह परिहार ने बताया कि जगह-जगह ट्रैक की गिट्‌टी बह गई। मेमू समेत कई ट्रेन प्रभावित हुई हैं। रतलाम और दाहोद के बीच दिल्ली – मुंबई रेल ट्रैक पर बारिश की वजह से पहाड़ी से बड़े पत्थर गिर गए। इस कारण 12494 दर्शन एक्सप्रेस का इंजन पटरी से उतर गया। रतलाम में धोलावाद बांध का एक गेट खोला गया है।

खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के सभी 23 गेट खोले

खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के सभी 23 गेट 6 मीटर तक खोले गए हैं। 8 टरबाइन से और गेट से 30 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इंदिरा सागर बांध के भी 20 में से 12 गेट खोलकर 28 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदा का पानी ज्योतिर्लिंग की सीढ़ियों तक पहुंच गया।

नर्मदापुरम में नर्मदा उफनी, बाढ़ में घिरे 8 चरवाहे

नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर आज सुबह 963.10 फीट पर पहुंच गया। यह अलार्म लेवल से 0.90 फीट नीचे और खतरे के निशान से 2.9 फीट नीचे है। तवा बांध के 13 गेट को 10 फीट बढ़ाकर 20-20 फीट तक खोल दिए गए हैं। जिले में गंजाल नदी का पानी पुल से ऊपर बहने पर पिछले 12 घंटे से नर्मदापुरम-हरदा-खंडवा स्टेट हाईवे बंद है। जिले के शिवपुर के पास बीसोनी गांव में मोरन नदी में आई बाढ़ के टापू में भेड़ चराने वाले 8 लोग फंस गए। राजस्थान के इन लोगों के साथ भेड़ और ऊंट भी फंसे गए। सभी को बचा लिया गया है। नर्मदापुरम में सेठानी घाट पर नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

 

उज्जैन में गंभीर नदी के पांच गेट खोले

उज्जैन में शिप्रा उफान पर है। रामघाट के कई मंदिर डूब गए हैं। छोटे पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। गंभीर बांध के 5 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। जिले के नागदा में रेल ट्रैक पर पानी भर गया। उन्हेल में बस स्टैंड का नाला उफनाने से रोड किनारे रखी गुमठियां, ठेले बह गए। उज्जैन के उन्हेल में बस स्टैंड का नाला उफनाने से कच्चा मकान गिर गया।

देवास, शाजापुर सहित प्रदेश के कई शहरों के हालात बिगड़े

देवास, शाजापुर, रायसेन, विदिशा, अशोकनगर, हरदा, बुरहानपुर, मंदसौर में भी हालात बिगड़ गए हैं। सभी दूर आफत की बारिश है। शाजापुर शहर के बीच से गुजरी चीलर नदी के पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। विदिशा में पठारी – खुरई मार्ग पर बीना नदी के दलपतपुर घाट पर करीब 1 फीट पानी बह रहा है। पठारी- खुरई मार्ग बंद हो गया है। देवास में शिप्रा नदी उफान पर है। हरदा में अजनाल, गंजाल, मटकुल, टिमरन, स्यानी और हंसावती नदी उफान पर आ गई हैं। शहर की बंगाली कॉलोनी, जत्रा पड़ाव और खेड़ीपुरा क्षेत्र में पानी भर गया। हरदा जिले की गंजाल नदी पर बना रपटा पार कर रहे दो लोग बह गए। होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुटी है। जिले के कुकरावद गांव के पास मटकुल नदी में आई बाढ़ में 100 से अधिक भेड़ और ऊंट बह गए। जिन्हें स्थानीय ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू किया गया।