चामुंडा माता चौराहा पर दिखी स्नेचरों की गतिविधियां गोपालपुरा ब्रिज से भागते दिखाई दिये ठगी करने वाले बदमाश

उज्जैन। शहर में बुधवार को 2 संगीन वारदाते हुई थी। जिसमें बदमाश पांच तोला वजनी आभूषण लेकर भाग निकले थे। 2 थानों की पुलिस अपने क्षेत्र में हुई वारदातों के बाद बदमाशों का पता लगाने के कैमरों के फुटेज खंगाल रही है। एक में बदमाश की गोपालपुरा ब्रिज और दूसरे में चामुंडा माता चौराहा गतिविधि दिखाई दी है।
माधवनगर थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह 9 बजे उदयन मार्ग पर वर्जिंग मेरी स्कूल के समीप बाइक सवार 2 बदमाशों ने खुद को पुलिसकर्मी होना बताकर 70 वर्षीय शकुंतलादेवी अग्रवाल से साढे चार तोला वजनी सोने के कड़े और अंगूठी ठगने की वारदात को अंजाम दे दिया था। 10 घंटे बाद बाइक सवार दो बदमाशों ने प्रेमछाया मार्ग से भाटगली की ओर जाने वाले मार्ग पर शाम के समय पेंशन विभाग की सहायक संयुक्त संचालक लक्ष्मी परमार के गले से 7 ग्राम वजनी चेन झपटने की वारदात कर दी थी। कोतवाली पुलिस मामले की जांच के लिये मौके पर पहुंची थी। माधवनगर थाना पुलिस को अपने क्षेत्र में हुई वारदात के मामले में कैमरे देखने के बाद बदमाशों की घटनास्थल से गोपालपुरा ब्रिज की ओर भागने की गतिविधि दिखाई दी है। पुलिस को आशंक है कि बदमाश वारदात के बाद शहर से बाहर भाग निकले है। कोतवाली पुलिस को कैमरे देखने के बाद चेन स्नेचिंग करने वाले बदमाशों की गतिविधि वारदात से पहले चामुंडा माता चौराहा पर दिखी। बदमाश लक्ष्मी परमार का पीछा कर रहे थे। पुलिस के अनुसार वारदात के बाद बदमाश तंग गलियों से होते हुए नई सड़क दौलतगंज की और भागे है। इस क्षेत्र में घरों और दुकानों पर कैमरे लगे है, जिनका मूवमेंट मार्ग की ओर नहीं होने पर बदमाश स्पष्ट दिखाई नहीं दिये है। व्यवसायिक क्षेत्र होने पर स्मार्ट सिटी के कैमरे नहीं होने पर बदमाशों का ज्यादा पता नहीं चल पाया है।
कैमरे देखने के बाद भी नहीं मिल रही सफलता
शहर में होने वाली वारदातों के बाद बदमाशों के कैमरों में कैद होने की खबरे तो सामने आती है। पुलिस फुटेज के आधार पर तलाश करने का हवाला भी देती है, लेकिन बदमाशों तक पहुंच नही पाती है। पिछले दिनों इंगोरिया-भैरवगढ़ में हुई पेट्रोल पम्प पर लूट की वारदात और नानाखेड़ा में हुई चेन स्नेचिंग के आरोपियों को भी देवास-इंदौर पुलिस को गिरफ्तार करने में सफलता मिली थी। दोनों जिलों की पुलिस ने भी कैमरों की मदद से अपने इलाकों में हुई वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों का सुराग लगाया था, जिसके बाद उज्जैन की वारदातों का खुलासा हुआ था।