शिक्षक की सेवानिवृत्ति पर फटाके फोड़ कर किया सम्मान

रुनीजा । शिक्षक का परिश्रम , नियमितता और निष्ठा उसे सर्वोच्च सम्मान प्रदान करती है।आज भी शासकीय सेवा में कर्तव्यनिष्ठ और नियमित शिक्षकों की कमी नहीं हैं। शिक्षक एक व्यक्ति नहीं वह अपने आप में एक संस्थान होता हैं। बच्चों को महज शिक्षा ही नहीं देता वह उनका सर्वांगीण विकास करता हैं। उक्त विचार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुंदराबाद संकुल के प्राचार्य बृजराजसिंह राठौर ने ग्राम भेरू पचलाना में शिक्षक ओंकार लाल भायल की सेवा निवृत्ति पर आयोजित सम्मान समारोह कार्यक्रम में व्यक्त किये। शिक्षक भायल ने 41 वर्ष एक ही गांव में व्यतीत कर एक रिकॉर्ड स्थापित किया।श्री भायल की सेवा निवर्ती पर ग्राम वासियों और पूर्व छात्रों ने एक भव्य शोभा यात्रा ग्राम के प्रमुख मार्गों से निकाली। रास्ते भर ग्राम वासियों ने फटाखे फोड़कर , पुष्प वर्षा कर जगह जगह स्वागत किया।