गर्भवती की जान का दुश्मन बन गया उबड़-खाबड़ रास्ता

उज्जैन। घर में नया मेहमान आने की खुशियां लेकर परिवार गर्भवती को अस्पताल लेकर जा रहा था। लेकिन उन्हे पता नहीं था कि कुछ घंटों में उनकी खुशियों पर ग्रहण लगने वाला है। उबड़-खाबड़ रास्ते का सफर तय करते समय गर्भवती की जान चली गई। गर्भ में पल रहा शिशु भी जन्म लेने से पहले मौत की आगोश में चला गया।
बड़नगर के कमानपुरा में रहने वाली गर्भवती नीलू पति अर्जुन का समय पूरा होने और दर्द उठने पर परिवार उसे आनन-फानन में चार पहिया वाहन से अस्पताल लेकर जाने के लिये निकला। परिवार के नया मेहमान आने की खुशियां सभी को थी, लेकिन रास्ता उबड़-खाबड़ होने से गर्भवती की तकलीफ काफी बढ़ गई। परिवार बड़नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा, जहां डॉक्टर्स ने हालत देखी तो गंभीर बताकर उज्जैन रैफर कर दिया। परिवार उज्जैन पहुंचता गर्भवती बेहोश हो गई, परिजनों को लगा कि दर्द की वजह से बेसुध हुई है, लेकिन चरक भवन पहुंचने पर डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। उसके गर्भ में शिशु की भी मौत हो चुकी थी। परिवार खबर सुनते ही हैरत में पड़ गया। खुशियों का महौल गम में बदल गया था।