चोरी के आभूषण खरीदने वाले कोटा के सुनार बने आरोपी

उज्जैन। शिवांश पेराडाईज और तिरूपतिधाम कालोनी में हुई चोरी की वारदात में शामिल आरोपी को गिर तार करने के बाद पुलिस ने कोटा के 2 सुनारों को भी आरोपी बनाया है। बदमाश ने रिमांड अवधि में चोरी का माल कोटा में सुनारों को बेचना कबूल किया था।
9-10 जून की रात तिरूपतिधाम कालोनी में राजेश जाधव और 23-24 जून की रात शिवांश पेराडाईज एक्सटेंशन में गोपाल शर्मा के सूने मकान में हुई चोरी की वारदात में चिमनगंज थाना पुलिस ने विराटनगर में रहने वाले फुरकान पिता ग्यासउद्दीन को गिर तार किया था। जिसने रतलाम में गिर तार हो चुके अपने साथियों के साथ वारदात करना कबूल किया था। पुलिस ने चोरी का माल बरामद करने के लिये उसे न्यायालय में पेश कर 2 दिनों की रिमांड पर लिया था। इस दौरान सामने आया कि उसने चोरी के आभूषण कोटा के मकबरा थाना क्षेत्र रहने वाले सुनारों नदीम और इरफान को बेचे है। पुलिस उसे कोटा लेकर पहुंची थी, जहां से दोनों सुनार फरार होना सामने आये। बुधवार को रिमांड अवधि समाप्त होने पर पुलिस ने फुकरान को जेल भेजते हुए मामले में दोनों सुनारों को भी आरोपी बना लिया। गौरतलब हो कि फुकरान की गैंग में पांच से छह सदस्य शामिल है, जो अंतर्राज्यीय स्तर पर वारदात को अंजाम देते है। गैंग का सरगना शहजाद उर्फ चीना है, जो 200 चोरियां कर चुका है। उसने चोरी के रूपयों से कार खरीदी थी। उसी में सवार होकर फुकरान ने शिवांश पेराडाईज और तिरूपतिधाम में वारदात को अंजाम दिया था। चिमनगंज थाने के प्रधान आरक्षक सुनील ने बताया कि फुकरान के साथी रतलाम जेल में बंद है। कार भी रतलाम पुलिस जब्त कर चुकी है। जल्द गैंग के अन्य सदस्यों को प्रोटेक्शन वारंट पर पूछताछ के लिये लाया जाएगा।