मणिपुर के बिष्णुपुर में हिंसक झड़प, 20 महिलाएं घायल

मैतेई समुदाय ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया, जवाब में असम राइफल्स ने हवाई फायरिंग की

एजेंसी इंफाल

मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जारी हिंसा को आज (3 अगस्त) तीन महीने पूरे हो गए। बिष्णुपुर जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक झड़प हुई। स्थिति को संभालने के लिए सुरक्षाबलों ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़े। जिसमें 20 महिलाएं घायल हो गईं।

दरअसल, गुरुवार सुबह करीब 11 बजे बिष्णुपुर में मैतेई समुदाय की महिलाओं ने बफर जोन को पार करने का प्रयास किया। असम राइफल्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर महिलाएं सुरक्षाबलों पर पथराव करने लगीं।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े। झड़प के बाद इंफाल और पश्चिमी इंफाल में कर्फ्यू में दी गई ढील वापस ले ली गई है।
मणिपुर हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। कई लोगों के शव इंफाल और चुराचांदपुर के अस्पतालों की मॉच्युर्री में रखे हैं। गुरुवार को चुराचांदपुर के लम्का शहर के तुईबोंग शांति मैदान में कुकी समुदाय के 35 लोगों के शवों को दफनाया गया।