इंदौर शहर में श्वानों का आतंक, रोजाना 130 से अधिक लोगों को कर रहे जख्मी

दैनिक अवन्तिका  इंदौर
शहर में गलियों में घुमने वाले अवारा श्वान लोगों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को यह अपना शिकार बना रहे हैं। शहर में रोजाना 130 से अधिक लोगों को श्वान जख्मी कर रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार कोई कार्रवाई करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। कुछ समय तक नगर निगम ने श्वानों की नसबंदी की थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने भी ध्यान देना बंद कर दिया। इसके कारण शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
श्वान कई लोगों को तो इस तरह जख्मी कर देते हैं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। कभी यह राह चलते लोगों को काटते हैं, तो कभी गली-सड़कों पर घूमने वाले बच्चों और बुजुर्गों को भी अपना निशाना बना लेते हैं। हुकुमचंद अस्पताल में श्वान काटने से जख्मी लोग बड़ी संख्या में इलाज करवाने के लिए आते हैं। यहां जनवरी से लेकर मई तक 19397 लोग इलाज करवाने के लिए आ चुके हैं। अप्रैल में जहां 3668 लोगों को श्वानों ने अपना शिकार बनाया था, वहीं मई में संख्या बढ़कर 4014 हो गई है। इनका आतंक पाश कालोनियों में भी देखने को मिल रहा है।
दोपहिया वाहन चालक भी परेशान
श्वानों के आतंक से पैदल चलने वाले लोगों के साथ ही दोपहिया वाहन चालक भी परेशान हैं। श्वान दोपहिया वाहन के पीछे भी भागते हैं, जिसके कारण कई बार चालक डरकर नीचे गिरकर जख्मी हो जाते हैं। रात के समय श्वान का आतंक ज्यादा देखने को मिलता है, क्योंकि इस समय सड़कों पर वाहनों की संख्या कम हो जाती है। लोगों ने बताया कि श्वानों के कारण रात के समय हमें घरों से बाहर निकलने में भी डर लगने लगा है। हम सामान लेकर घर जाते हैं तो यह थैलियां छिन लेते हैं। बच्चों को भी इनके डर से घर से बाहर अकेले नहीं भेज पाते हैं।