April 19, 2024

वर्ष 2003 के चुनाव में मिस्टर बंटाधार ने दिलाई थी सत्ता

भोपाल। चुनावी वर्ष में शिवराज सरकार हर वह प्रयास कर रही है, जिससे उसे सत्ता हासिल हो सके। वे जीत के मंत्र ढूंढे जा रहे हैं जिनसे आम मतदाताओं को बात एक झटके में समझ में आ जाए। मंत्रियों ने आपसी चर्चा में पूर्व मुख्यमंत्री तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को निशाने पर लेने की रणनीति बनाई। मंगलवार को कैबिनेट बैठक में मंत्रियों के बीच अनौपचारिक बातचीत विधानसभा चुनाव की रणनीति के इर्द-गिर्द रही। चर्चा के दौरान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ को झूठनाथ कहकर प्रचारित करने की जरूरत बताई। इस पर मंत्रियों का कहना था कि जैसे दिग्विजय को 2003 में बंटाढार प्रचारित किया गया था और उसके बाद से मप्र से जो कांग्रेस की सरकार गई, ये सबने देखा है।
दरअसल, 2003 विधानसभा चुनाव में भाजपा के कद्दावर नेता स्व. अनिल माधव दवे की टीम ने दिग्विजय को मिस्टर बंटाढार नाम देते हुए प्रचार काे इसी पर फोकस रखा था। तब यह इतना चला कि कांग्रेस की सरकार 15 साल बाद 2018 में ही वापस आई। हालांकि 15 महीने में दोबारा गिर गई। मिश्रा का कहना था कि कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ किया तो वे 11 लाख 19 हजार किसान कौन से हैं, जो डिफाल्टर हो गए हैं। इनमें शामिल 4 लाख 40 हजार किसानों का कर्ज तो माफ ही नहीं हुआ था। हम उनकी 2123 करोड़ रुपए से ब्याज माफी कर रहे हैं।