April 20, 2024

वायुयान का निर्माण बहुत पहले हो चुका, संस्कृत में है विमान शास्त्र

मंदसौर। संस्कृत प्राचीन भाषा ही नहीं है बल्कि विज्ञान की भी भाषा है। हमारे ग्रंथों में गणित, विज्ञान, रसायन, चिकित्सा, विमान शास्त्र इत्यादि वैज्ञानिक विषयों का लेखन हुआ है, लेकिन हम संस्कृत नहीं जानते। हम संस्कृत को कर्मकांड अथवा पूजा पाठ की भाषा ही मानते हैं लेकिन संस्कृत को पढ़े तो हमारे ग्रंथों में जो ज्ञान विज्ञान संग्रहित है, उसे प्राप्त कर भारत की ज्ञान परंपरा का लाभ उठा सकते हैं। आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि हमारे शास्त्र में विमान शास्त्र अर्थात वायुयान निर्माण का उल्लेख बहुत पहले हो चुका है। यह बात संस्कृत भारती द्वारा चलाई जा रही आठ दिवसीय कार्यशाला में सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य तेजकरण वर्मा ने कही। संस्कृत भारती के विभाग संयोजक गोवर्धन सोनगरा ने अध्यक्षता की।