April 27, 2024

इंदौर। वर्ष 2018 में पीएफआई की संदिग्ध गतिविधियों में शामिल रहा मोस्ट वांटेड सरफराज मेमन इंदौर में पकड़ा गया। एनआईए ने एक दिन पहले सरफराज के मुंबई में होने का अलर्ट जारी किया था। इसके बाद मुंबई पुलिस ने इंदौर पुलिस को अलर्ट भेजा था। इंदौर पुलिस के इंटेलिजेंस डीसीपी रजत सकलेचा ने सरफराज मेनन को लेकर एनआईए को जानकारी दी।
इंदौर के खजराना इलाके की ग्रीन पार्क कॉलोनी में रहने वाले सरफराज अहमद के बारे में एनआईए और मुंबई पुलिस को ईमेल मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया है।

मामा ने किया खुलासा, वकील से विवाद में ईमेल की बात गलत

एनआईए ने जिसे मोस्ट वांटेड बताते हुए मुंबई में होना बताया था, वो इंदौर के खजराना इलाके की ग्रीन पार्क कॉलोनी में रहता है। सरफराज अहमद के मामा अब्दुल हमीद ने बताया कि वो करीब 9 साल तक मोबाइल की दुकान पर काम करने के लिए हॉन्गकॉन्ग में था। हमीद ने कहा कि वहां के किसी वकील से विवाद होने की बात सही नहीं है। एक वकील से मामूली कहासुनी जरूर हुई थी। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि उस वकील ने ही ईमेल के जरिए सरफराज को फंसाने की कोशिश की है।
सरफराज तीन साल से खजराना में मेडिकल की दुकान चला रहा है। काफी समय से वह इंदौर के बाहर ही नहीं गया। उन्हें भी मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि सरफराज मुंबई में है। जबकि वह तो इंदौर में ही काम कर रहा था। खबर चलने के बाद वह घबरा गया था। जिसके बाद खुद ही पुलिस के पास पहुंच गया।

पुलिस आई थी पूछताछ की तो बता दिया

सरफराज के पिता अहमद ने बातचीत में बताया कि सोमवार को उसकी जानकारी लेने पुलिस आई थी। उस समय वह घर पर नहीं था। पुलिस ने उसका मोबाइल नंबर मांगा, जो हमने दे दिया था। इसके बाद उसे चदंन नगर थाने पर आने के लिए कहा था। रात में सरफराज खुद वहां पहुंच गया था। उसके इंदौर में होने के बावजूद मुंबई में होने की अफवाह किसने फैला दी पता नही।