April 16, 2024

 

इंदौर। मप्र की नई हज कमेटी के गठन के साथ ही खर्च, सीधी फ्लाइट और कोटा बढ़ाने को लेकर मांग उठी है। हज पॉलिसी-2023 के दौरान भी प्रदेश के मुस्लिम समाज के 200 से ज्यादा बुद्धिजीवियों ने इसे लेकर नेशनल हज कमेटी के चेयरमैन एपी अब्दुल्ला कुट्‌टी के सामने अपनी बात रखी। इसे लेकर चेयरमैन कुट्‌टी ने सकारात्मक संकेत दिए हैं। कोटा बढ़ाने, खर्च कम करने और सीधी फ्लाइट उड़ाने पर चेयरमैन ने सहमति दी है। हज कमेटी के सचिव सैयद शाकिर अली जाफरी ने बताया कि सेमिनार में सकारात्मक बातें हुई हैं। आगामी हज यात्रा में इसका फायदा यात्रियों को मिलेगा।
हज पॉलिसी-2023 को लेकर गुरुवार को भोपाल में सेमिनार हुआ था। इसमें नेशनल चेयरमैन भी शामिल हुए। सुविधाओं को लेकर उन्होंने अपनी सहमति भी जताई।

खर्च कम करने की मांग

2022 की हज यात्रा में 3.35 लाख से लेकर 4.07 लाख रुपए तक प्रति यात्री खर्च होता था। वर्ष 2019 की तुलना में यह 25% तक ज्यादा है। 2019 में हज यात्रियों को 2.36 से 2.82 लाख रुपए तक खर्च आता था। इससे यात्रियों को आर्थिक रूप से भी परेशानी उठाना पड़ रही है। इस खर्च को कम करने की मांग की जा रही है। नेशनल हज कमेटी के चेयरमैन ने खर्च कम करने की बात कही है।

बंद फ्लाइट शुरू होगी

हज कमेटी के अध्यक्ष रफत वारसी ने बताया कि पहले भोपाल और इंदौर से मदीना के लिए सीधी स्पेशल फ्लाइट थी, जिसे बंद कर दिया गया। अब मुंबई से जाना पड़ता है। इससे हज यात्रियों को ज्यादा राशि चुकाना पड़ती है, इसलिए सेमिनार में मांग रखी गई कि आगामी हज यात्रा के लिए भोपाल और इंदौर से फ्लाइट चालू रहे। नेशनल कमेटी के अध्यक्ष कुट्‌टी के सामने मांग रखी गई। जानकारी के अनुसार भोपाल और इंदौर से सीधी फ्लाइट को लेकर सहमति बन गई है। इसे लेकर केंद्र स्तर पर बात रखी जाएगी।