April 27, 2024

उज्जैन। वर्षा ऋतु का समापन होने के बाद बुधवार को मौसम का पहला घना कोहरा शहर में दिखाई दिया। हालत यह थे कि 10 मीटर दूर तक कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। कोहरे के साथ ही गुलाबी ठंड भी महसूस की गई है।
30 सितंबर को वषार्काल समाप्त हो गया था, लेकिन बंगाली की खाड़ी में बना सिस्टम और बादलों का जमीन के करीब आने पर एक बार फिर से मानूसन की सक्रिया दिखाई देने लगी। 1 से 10 अक्टूबर तक शहर में बारिश होती रही और जीवाजीराव वेधशाला पर 64 मि.मी. बारिश दर्ज की गई। अब मौसम बदला हुआ नजर आने लगा है। मौसम का पहला कोहरा बुधवार को दिखाई दिया। सुबह शहरवासी नींद से जागे तो गुलाबी ठंड महसूस हुई। घरों से बाहर निकलने पर घना कोहरा दिखाई दिया।
हालात यह थे कि 10 से 15 मीटर दूर का कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। सुबह 6.23 मिनट पर उदय होना वाला सूर्य भी बादलों को कोहरे की धूंध में छुपा हुआ था। कार्तिक मास के चलते क्षिप्रा नदी के घाटों पर पहुंचे श्रद्धालुओं को धूंध का सामान करना पड़ रहा था। सड़को पर वाहन हेडलाइट जलाकर चलाना पड़ रहे थे। वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि कोहरा छाने के बाद बारिश के आसार काफी कम हो जाते है और ठंड का आगाज हो जाता है। दीपावली के आसपास ठंड बढ़ने की शुरूआत हो सकती है, वहीं दिन-रात के तापमान में गिरावट का सिलसिला आने लगेगा। ठंड बढ़ने के साथ अंधेरा भी जल्द होगा। सितंबर माह तक सूर्यास्त शाम 6.30 बजे के लगभग हो रहा था। अब 6 बजकर 4 मिनट पर सूर्यास्त का समय हो चुका है।