वकील के बेटे की आत्महत्या मामले में शक की सुई परिवार पर ही

5 घंटे बाद पुलिस बुलाई, सबूत नष्ट कर दिए, बयान देने में भी आनाकानी

इंदौर। रानीपुरा इलाके से सटे नयापुरा क्षेत्र में वकील के बेटे एलएलबी स्टूडेंट की गोली लगने से मौत के मामले में परिवार शंका के घेरे में है। मृतक के परिजन डिप्रेशन में होने का बहाना बनाकर फिलहाल बयान देने में आनाकानी कर रहा है। पुलिस ने मृतक के दोनों भाई, वकील पिता और महिला पुलिस की मदद से मां और बहनों से बातचीत की। घटना के वक्त भी सभी ने अपनी लोकेशन अलग-अलग बताई।
पूछताछ के दौरान पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि घटना के वक्त घर में केवल तीन ही लोग थे। बाकी तीन लोग घर के बाहर गए थे। परिवार द्वारा घटना के आधे घंटे बाद फैमिली डॉक्टर को भी बुलाने की बात सामने आई है। फैमिली डॉक्टर ने भी युवक की मौत की पुष्टि कर दी थी। इसके बावजूद 5 घंटे तक पुलिस से पूरा मामला छिपाने के पीछे परिवार स्पष्ट कारण नहीं बता रहा है।।एमजी रोड़ टीआई संतोष यादव के मुताबिक राफे (19) पुत्र अतीक निवासी गोली कारखाना नयापुरा की मौत के मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्पष्ट है कि गोली लगने से ही राफे की मौत हुई है। डॉक्टर ने यह भी बताया कि गोली कनपटी से बिल्कुल सटाकर यानि पाइंट ब्लैंक रेंज से चलाई गई है। लेकिन परिवार द्वारा सबूत मिटाने के चलते पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध मानकर ही चल रही है। पुलिस अभी इसे स्पष्ट तौर पर आत्महत्या मानकर भी नहीं चल रही है।

पानी डालने से नही मिला गन पावडर

पुलिस अफसरों के मुताबिक 5 घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो कई सबूत मिट चुके थे। गोली चलाने के दौरान हाथ में लगने वाले गन पावडर का सैंपल लेने की कोशिश की तो पता चला कि परिवार ने जब खून साफ किया तो राफे के हाथ भी गीले हो गए। इससे हाथ में गन पावडर नही मिला। वहीं पुलिस को गोली का खाली कारतूस भी नही मिला है।

पिता नमाज पढ़ने गए थे, बड़ा भाई मार्केट, छोटा दोस्तों के साथ

राफे के परिवार में उसका एक बड़ा और एक छोटा भाई है। वही दो बहनें है। राफे के पिता अतीक भी एडवोकेट हैं। पिता ने बताया कि घटना के समय वो मस्जिद में नमाज पढ़ने गए थे। वहीं बड़ा भाई मार्केट में और छोटा दोस्तों के साथ घर के बाहर था। राफे अपने कमरे में था। वही मां और दोनों बहनें अंदर ही थी।