April 25, 2024

 

सुसनेर. क्षैत्र में सावन एवं भादो के महीने में होने वाली बारिश इन दिनो क्वांर के महीने में देखने को मिल रही है। गुरूवार की देर शाम को करीब 1 घंटे 30 मिनिट से भी अधिक समय तक हुई। तेज बारिश ने किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फेर दिया। पीले सोने पर आसमानी आफत ऐसी बरसी कि अब किसानों को भारी नुकसान की संभावना है। पिछले 3 दिनों से क्षेत्र में हो रही बारिश से खेतों में सोयाबीन की फसल खेतों में ही अंकुरित होने लग गई हैं। गुरूवार को हुई बारिश से पानी से भरे खेतों में कटकर पड़ी हुई सोयाबीन की फसल खराब होने की आंशका हैं। जिससे किसानों को सोयाबीन की खेती में बडा नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। मौसम विभाग भी इस बात की आशंका काफी दिनों से जता रहा था कि प्रदेश सहित जिले भर में हल्की व तेज बारिश हो सकती है। गुरुवार को क्षेत्र में हुई बारिश में खेतों में काट कर रखी सोयाबीन की फसल भीग गई। इससे उसकी गुणवत्ता खराब होगी और अगर समय रहते उसमे धूप नहीं मिली तो सड़ने की भी पूरी संभावना है। बारिश होते ही किसान अपनी फसलों को समेटने में लगे हुए थे। कई किसानों ने फसलों को काटकर अपने खेतों में रखा हुआ था, तो कई उनको खलिहानों में भी जमा कर रहे थे। ऐसे में अचानक आई तेज बारिश ने किसानों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है। इससे ना सिर्फ सोयाबीन की क्वालिटी पर असर पड़ेगा, वही उसके भाव में भी कमी आने की संभावना है।
अभी तक हो चूकी हैं 1169 मिलीमीटर बारिश
बारिश का आंकडा सामान्य रूप ओसत बारिश 900 मिली मीटर के लगभग रहती है किन्तु इस वर्ष क्षैत्र में 1169 मिलीमीटर बारिश हो चूकी है। गुरूवार को करीब 1 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई हैं। लगातार हो रही बारिश ने जहॉ एक और किसानो की फसल बर्बाद कर दी है तथा जिन खेतो में फसल अभी कुछ बची है वह इस बारिश के चलते नष्ट हो रही है।
फसलों को नुकसान
इस बारिश से फसल को काफी नुकसान हुआ है। क्योंकि खेतों में जो पकी हुई सोयाबीन,मक्का,उडद फसल खड़ी है वह बारिश की वजह से गिर रही है। लगातार बारिश के चलते खेतो में पानी भरा हुआ है। जिसके चलते किसान खेतो तक पहुच ही नही पा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष क्षैत्र में सोयाबीन की फसल बहुत ही अच्छी थी। किन्तु इस बारिश के बाद अब फसल को नुकसान की पूरी संभावनाऐं हैं। इस बारिश के बाद जिन किसानो की फसल बच गई है और पक गई है वह बारिश के चलते खेतो से निकाल नही पाएगें।