April 27, 2024

हिजाब विरोधियों की हत्या के आरोप थे, सेना बदला लेने के लिए नरसंहार कर सकती है

ब्रह्मास्त्र तेहरान

शरीफ यूनिवर्सिटी में रातभर छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हुई। एक छात्र को पुलिस गिरफ्तार करके ले जा रही थी। इसका वीडियो बना रहे अन्य छात्र को पुलिस ने गोली मार दी। ईरान में हिजाब के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने एक पुलिस चीफ की हत्या कर दी। अधिकारी का नाम कर्नल अब्दल्लाही है। कुर्दिस्तान के मारिवान में पुलिस उन्हीं के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आॅपरेशन चला रही थी। मॉरल पुलिस की कस्टडी में कुर्द मूल की लड़की महसा अमीनी की मौत के बाद से ईरान में हिजाब और सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क गया है।
16 सितंबर से चल रहे प्रदर्शनों में रविवार तक 133 लोगों की मौत हो चुकी है।

ईरान में नरसंहार का खतरा
ईरान में मानवाधिकार के लिए काम कर रहे लोगों को डर है कि पुलिस चीफ की मौत के बाद ईरानी सेना कफॠउ (ईरान रिवोल्यूशनरी गॉर्ड कोर) नरसंहार शुरू कर सकती है। मानवाधिकार समूह हेंगाव ने बताया है कि सभी कुर्द बहुल शहरों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। लोगों पर एके-47 और शॉटगन्स से गोलियां चलाई जा रही हैं।

नॉर्वे स्थित ईरान ह्यूमन राइट्स समूह के मुताबिक, प्रदर्शनों में 133 प्रदर्शनकारियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मरने वालों की असल संख्या इससे ज्यादा हो सकती है। जैसे-जैसे मरने वालों की संख्या बढ़ रही है, प्रदर्शनकारियों का गुस्सा भी बढ़ता जा रहा है।

ईरान के कई मीडिया समूहों का कहना है कि अब तक कफॠउ ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल नहीं किया है। अगर ऐसा होता है तो कहीं ज्यादा लोग मारे जाएंगे।