April 26, 2024

तेल -काली तिल से शनि देव की पूजा अर्चना , मंदिर के बाहर जूते छोड़कर जा रहे लोग, वस्त्र दान का भी महत्व

इंदौर। शनिश्चरी अमावस्या पर आज शनि मंदिरों में विशेष भीड़ है। श्रद्धालु बड़ी संख्या में जाकर शनि देव के दर्शन कर रहे हैं। तेल और काली तिल से पूजा अर्चना की जा रही है। काफी लोग मंदिर के बाहर जूते छोड़ कर आ रहे हैं ,तो कई वस्त्र भी दान कर रहे हैं। जुनी इंदौर स्थित शनि मंदिर के साथ ही शहर में अनेक शनि मंदिर हैं, जहां पर श्रद्धालु पहुंचकर दर्शन कर रहे हैं।
हिंदी कैलेंडर के 5वें महीने भाद्रपद (भादो) में पड़ने वाली अमावस्या को कुशगृहिणी अमावस्या कहा जाता है। इस बार शनिवार का दिन होने से ये शनिश्चरी अमावस्या भी है। लेकिन इसकी तिथि 26 अगस्त दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से ही शुरू हो चुकी है। समापन 27 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 46 मिनट पर होगा। भादो में शनिवार को अमावस्या का ये संयोग 14 साल बाद बना है। भादो में शनिश्चरी अमावस्या का ऐसा संयोग 30 अगस्त 2008 को बना था। अब 23 अगस्त 2025 यानी दो साल बाद भादो में शनिवार को अमावस्या पड़ेगी। इस शनि अमावस्या पर शिव योग और पद्म योग का संयोग भी बन रहा है।
भादो में आने वाली ये शनिश्चरी अमावस्या के दिन भगवान शनि का जन्म हुआ था। यही वजह इसे खास बनाती है।