March 29, 2024

उज्जैन के हाटकेश्वर धाम में शाम 6 बजे होगा सम्मान समारोह, कई विद्वान पधारेंगे

उज्जैन। संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में आज शुक्रवार को सभी भारतीय भाषाओं की जननी संस्कृत के विद्वानों और आचार्यों का सम्मान दैनिक अवंतिका समूह के संस्कृत भाषा में प्रकाशित एकमात्र सांध्य दैनिक समाचार पत्र दैनिक ब्रह्मास्त्र द्वारा एक भव्य समारोह में किया जाएगा। यह सम्मान समारोह उज्जैन के हाटकेश्वर धाम में शाम 6 बजे आयोजित किया गया है। समारोह में संस्कृत से जुड़े कई विद्वान, आचार्य, वेद पाठी, गणमान्य नागरिक आदि सम्मिलित होंगे।
गौरतलब है कि शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार ,भूत ,वर्तमान और भविष्य के भंडार इस सभी भाषाओं की जननी संस्कृत में भरे पड़े हैं। ज्योतिष शास्त्र भी संस्कृत रूपी वटवृक्ष का एक पत्ता मात्र है। विलुप्त होती इस भाषा के मुट्ठी भर विद्वानों, प्रचारक भागीरथियों का अभिनंदन किया जाएगा।

इन विद्वानों व आचार्यों का होगा सम्मान

इस अवसर पर संस्कृत के जिन विद्वानों व आचार्यों का सम्मान होगा, उनमें डॉ. गोपाल शुक्ल, डॉ. पतंजलि पांडे, डॉ सदानंद, विजय दुबे , आकाश रावल, डॉ महेंद्र पंड्या, डॉ वेद प्रकाश शुक्ल, ऋषि जोशी , डॉ. जद्दीपाल, सवाई सिंह, विक्रम, उमाकांत , कुंज बिहारी, केदारनाथ शुक्ल, केदार नारायण जोशी, डॉ. मूसलगांवकर, पं. नंदकिशोर पांडे, पं. संजय तिवारी, पं. मोहित तिवारी, पं.जितेंद्र पाठक, पं. वासुदेव शास्त्री, पं.भरत पंडिया, पं. मितेश पांडे, पं. राम शुक्ल, पं.अमर डिब्बेवाला, पं.रूपम व्यास, पं.रामा गुरु, पं. दीपतेश दुबे, पं. शैलेन्द्र व्यास, पं. उत्तम दुबे, युवा आचार्य श्री तनुज विजय दीक्षित (एम.ए. संस्कृत, लेखक एवं वक्ता), इंदौर प्रमुख रूप से शामिल हैं। इनके साथ ही डॉ. अभिषेक सोनी एमए पीएचडी संस्कृत , डॉ हेमंत शर्मा पीएचडी संस्कृत व्याख्याता , डॉ. प्रतीक्षा सोनी पीएचडी संस्कृत शिक्षक , डॉ. हरिप्रिया आर. शुक्ला पीएचडी संस्कृत व्याख्याता , पं. राजेश उपाध्याय एमए. संस्कृत वेद गुरु, श्रीमती चंचल देराश्री एमए एम फिल संस्कृत प्रचारक, वाणी शर्मा एमए. संस्कृत, एमए जनसंचार , लघु कथा लेखिका, संस्कृत प्रचारक , पं. आशीष दवे एमए संस्कृत व्याख्याता, श्रीमती कुसुम दीक्षित एमए. संस्कृत शिक्षक, मनीष बैरागी एमए संस्कृत शिक्षक, श्रीमती गायत्री मैर एमए संस्कृत शिक्षक, डॉ. दिनेश चौबे पीएचडी संस्कृत व्याख्याता, डॉ. गरिमा दवे एम ए पीएचडी संस्कृत शिक्षक का भी सम्मान होगा।
ध्यान रहे कि सन् 1969 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के आदेश से केन्द्रीय तथा राज्य स्तर पर संस्कृत दिवस मनाने का निर्देश जारी किया गया था। तब से संपूर्ण भारत में संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन को इसीलिए चुना गया था कि इसी दिन प्राचीन भारत में शिक्षण सत्र शुरू होता था।

 

संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने संस्कृत दिवस पर सम्मान समारोह के लिए दी शुभकामनाएं

मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने दैनिक ब्रह्मास्त्र द्वारा संस्कृत दिवस मनाने और इस दिवस के उपलक्ष्य में संस्कृत विद्वानों और आचार्यों का सम्मान समारोह आयोजित करने की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दी। दैनिक ब्रह्मास्त्र से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत सभी भारतीय भाषाओं की जननी है। संस्कृत दिवस पर मैं सभी को बधाई देती हूं। संस्कृत दिवस पर इस तरह के आयोजन सुखद हैं। उन्होंने सम्मानित होने वाले सभी विद्वानों और आचार्यों को भी अग्रिम बधाई दी।