महंगा हुआ अंतिम संस्कार, पांच फीसदी जीएसटी लगने के बाद अंतिम क्रिया के सामान पर बोझ बढ़ा

उज्जैन। शहर के शिप्रा तट स्थित मोक्षधाम चक्रतीर्थ पर अंतिम क्रिया कराने वाले समाजसेवी ने बताया कि इन सामानों पर टैक्स लगने से हर अंतिम क्रिया पर दो सौ से पांच सौ रुपये का अतिरिक्त भार बढ़ गया है। सामान्य तौर पर एक शव की अंतिम क्रिया करने में तीन हजार रुपये के लगभग का सामान लगता है। नॉन ब्रांडेड कंपनियों की प्री-पैकेज्ड वस्तुओं पर पांच फीसदी जीएसटी (5 प्रतिशत जीएसटी) लगाने से केवल दूध-दही के दाम ही नहीं बढ़े हैं, अंतिम क्रिया भी महंगी हो गई है। हिंदू धर्म की परंपराओं के अनुसार अंतिम क्रिया करने में लगभग दो दर्जन ऐसी वस्तुओं का इस्तेमाल होता है, जो ज्यादातर नॉन ब्रांडेड कंपनियों के माध्यम से लोगों को प्राप्त होता है। ये सभी सामान अब तक जीएसटी कैटेगरी से बाहर थे, लेकिन अब इन सब पर पांच फीसदी जीएसटी टैक्स लग गया है और इससे इनकी कीमतें बढ़ गई हैं। इससे अंतिम क्रिया कराने में भी दो सौ से पांच सौ रुपये तक का अतिरिक्त भार बढ़ गया है। अंतिम क्रिया में कफन के साथ-साथ दूध, दही, शहद, अगरबत्ती, धूपबत्ती, कपड़े, जौ, काला तिल, जौ का आटा, गुलाब जल, केवड़ा जल, चंदन की लकड़ी, पंचरत्न, कपूर, चंदन पाउडर, राल, मखाने और बताशे जैसी वस्तुओं का उपयोग होता है।

Author: Dainik Awantika