छात्र उत्तर पुस्तिका छटनी करते, बंडल बनाते, बंडल कोडिंग करते , थैले में भरते नजर आए विक्रम विवि के गोपनीय विभाग में गडबडी की आशंका -छात्र नेता मीडिया के साथ पहुंचे, मौके पर बनाया वीडियो, धांधली के आरोप -कुलपति ने वीडियो में कहा हां मैंने ही काम करने के लिए छात्रों को बुलाया

उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय के गोपनीय विभाग में गडबडी की आशंका को लेकर आरोप लग रहे हैं। विश्वविद्यालय की गोपनीय शाखा में छात्रों से उत्तर पुस्तिका छटनी करवाना, बंडल बनवाना, बंडल पर कोडिंग करना और थैले में भरने के वीडियो भी सामने आए है। यह सभी आरोप छात्र नेता डॉ बबलू खींची ने लगाए हैं। खास बात तो यह रही की आज बुधवार को छात्र नेता डॉ बबलू खींची वीडियो कैमरे के साथ विश्वविद्यालय की गोपनीय शाखा में पहुंचे। यहां का पूरा नजारा कैमरे में कैद हुआ है। विद्यार्थी उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल बनाते और कोडिंग करते दिखाई दिए।

इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति अर्पण भारद्वाज, गोपनीय विभाग के प्रभारी डी एम कुमावत भी मौजूद थे। गोपनीय विभाग में ही छात्र नेता के कई सवाल एवं कुलपति के जवाबों के बीच तीखी नोक झोंक की स्थिति भी देखी सूनी गई। सामने आई स्थिति से विश्वविद्यालय सवालों के कटघरे में है।

छात्र नेता के सवाल,कुलपति के जवाब-

छात्र नेता ने कुलपति से पूछा कि विद्यार्थियों से यह काम क्यों करवाया जा रहा है तो उन्होंने जवाब दिया कि कर्मचारी कम होने के कारण यह बच्चे कॉपियों का बंडल बनाकर थैले में डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैने खुद बच्चों को बुलाया है और यह बच्चे पढ़ते हैं परंतु अभी काम करने के लिए इन्हें बुलाया गया है। यह उस विषय के बच्चे नहीं है जिस विषय की कॉपियां जमा रहे हैं।

कुलपति ने यह भी कहा कि बाहर से किसी को भी बुलाकर काम करवाने की परमिशन ली है। बच्चों द्वारा जो कार्य किया जा रहा है वह हमारी और अधिकारियों की निगरानी में हो रहा है।

पेपर गलत होने से परीक्षा रद्द करना स्वीकारा-

छात्र नेता ने कुलपति से कहा कि  पिछले एक माह के भीतर विक्रम विश्वविद्यालय की अलग-अलग चार परीक्षाएं रद्द करना पड़ी क्योंकि परीक्षा कक्ष में जो प्रश्न पत्र पहुंचा वह गलत विषय का पहुंच गया। आज भी बीए द्वितीय वर्ष का प्रश्न पत्र गलत पहुंचने के कारण परीक्षा रद्द करना पड़ी। कुलपति ने स्वीकार करते हुए कहा कि पूर्व की गड़बड़ियों की जांच चल रही है। पेपर गलत मिलने के कारण परीक्षाएं निरस्त करना पड़ी है।

कुलसचिव बोले मुझे पता नहीं-

छात्र नेता जब विश्वविद्यालय की गोपनीय शाखा से सीधे कुलसचिव के कक्ष में पहुंचे और उन्हें घटना के बारे में बताया तो कुल सचिव अनिल शर्मा ने कहा कि उन्हें पता ही नहीं है । जब यह कहा गया की वीडियो है आप जिम्मेदार हो, ना कि कुलपति, तो कुल सचिव ने कहा कि कुलपति के कार्यों के लिए में जिम्मेदार हूं यह सही नहीं है। यह कुछ भी करते रहें इसकी जिम्मेदारी मेरी नहीं है। जांच करेंगे और कार्रवाई करेंगे। खास बात तो यह रही कि जब छात्र नेता कुलसचिव से चर्चा कर रहे थे उस दौरान खुद कुलपति वहां पर पहुंचे परंतु कुल सचिव अपनी कुर्सी से नहीं उठे।

गोपनीयता भंग का मामला-

छात्र नेता बबलू खींची का आरोप है कि विश्वविद्यालय में कई प्रकार की धांधली चल रही है। जिसका खामियांजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। छात्रों से इस प्रकार का काम कराना नियम के विरुद्ध है। गोपनीयता भंग होती है। यह एक प्रकार का अपराध भी है। छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय का काम करने के कारण ही बच्चों के रिजल्ट में त्रुटियां सामने आ रही है। परीक्षा कक्ष में गलत प्रश्न पत्र पहुंच रहे हैं। जब छात्रों से इस प्रकार का कार्य करवाया जाएगा तो छात्रों द्वारा रिजल्ट में भी गड़बड़ी की जा सकती है।

मिडिया से छात्रों को विजिट पर बुलाया था-

कुलपति अर्पण भारद्वाज से जब मीडिया ने चर्चा की और वीडियो में कही गई बातें व दृश्य के बारे में बताया तो वह पूरी तरह पलट गए । उन्होंने यह कह दिया कि हमने छात्रों को विजिट के तौर पर गोपनीय शाखा में बुलाया था। किस प्रकार से कार्य होता है यह उन्हें दिखाया जा रहा था। किसी प्रकार की कोई धांधली नहीं हुई है।

-मामले में कुलानुशासक ने प्रेस रिलीज जारी की है।

-अनिल शर्मा,कुलसचिव, विक्रम विवि, उज्जैन

Author: Dainik Awantika