इंदौर में अगवा बेटी के लिए परेशान पेंटर ने फांसी लगाकर दे दी जान

सुसाइड नोट में लिखा-महिला मित्र का भाई नाबालिग बेटी को भगा ले गया, उसने तीन साल मुझे इस्तेमाल किया

ब्रह्मास्त्र इंदौर। ‘मैं विष्णु चौहान, सुसाइड कर रहा हूं। मेरी महिला मित्र रीना, जो बिचोली मर्दाना में रहती है, उसने मुझे तीन साल तक इस्तेमाल किया। उसका भाई मेरी 13 साल की बेटी को भगाकर ले गया और पिछले 1 साल से वो उसे अपने साथ गांव में रखे हुए है। रीना ने मुझे प्यार के झांसे में रखकर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करने दी। अब उसे अपनी इज्जत याद आ गई। इस षड्यंत्र में रीना मालवी, उसका पति सुरेश मालवी, भाई दिनेश, राधे और करण, उसके मम्मी-पापा धर्मा बाई और आत्माराम हैं। इन्हें इनके किए की सजा मिलनी चाहिए। मुझे सुनील अंडा को ब्याज समेत सवा लाख रुपए देना है। मेरा मकान बेचकर उसे ये रुपए दे दिए जाएं। शासन से मेरा अनुरोध है कि मेरे पिताजी और पत्नी को कोई तकलीफ न दें।’
विष्णु के सुसाइड नोट का पहला पन्ना। जिसमें उसने अपनी गर्लफ्रेंड पर आरोप लगाए हैं।
ये सुसाइड नोट है इंदौर के आजाद नगर में रहने वाले एक पेंटर का, जिसने मंगलवार को फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने उसके पेंट की जेब से ये सुसाइड नोट बरामद किया है। मृतक विष्णु चौहान ने अपनी महिला मित्र, उसके पति, तीन भाई और महिला के माता-पिता पर आरोप लगाए हैं। बुधवार को उसका पोस्टमॉर्टम होने के साथ पत्नी के बयान दर्ज कराए जाएंगे। सुसाइड नोट के दूसरा पन्ने में विष्णु ने कर्ज चुकाने की बात लिखी है।
टीआई इंद्रेश त्रिपाठी ने बताया कि विष्णु (36) पुत्र हरीप्रसाद चौहान निवासी मूसाखेड़ी ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। वह पेंटिंग का काम करता था। मंगलवार शाम 5 बजे पत्नी ने देखा तो वह फंदे पर लटका हुआ था। जिसके बाद पड़ोसी की मदद से उसके शव को एमवाय अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। विष्णु के कपड़ों से मिले सुसाइड नोट में उसने सवा लाख रुपए का कर्ज होने के साथ एक महिला मित्र और उसके रिश्तेदारों पर परेशान करने का आरोप लगाया है।