धार जिले के मनावर थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिलने के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि देवरा निवासी गलसिंह मंडलोई की हत्या उसके बड़े भाई छोटू और भाभी रेखा ने संपत्ति विवाद के चलते करवाई थी। हत्या के बाद शव को नर्मदा नदी में फेंक दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अभी फरार है।
हत्या की पृष्ठभूमि और षड्यंत्र:
पुलिस जांच में पता चला कि गलसिंह ने दस महीने पहले अपने पिता की जमीन अपनी पत्नी संगीता के नाम पर खरीदी थी। इससे उसका बड़ा भाई छोटू नाराज था। छोटू और उसकी पत्नी रेखा ने महेंद्र और उसकी पत्नी सपना के साथ मिलकर गलसिंह की हत्या की योजना बनाई। सपना ने गलसिंह से प्रेम संबंध स्थापित कर उसे मनावर बुलाया, जहां पहले से मौजूद आरोपियों ने खाटू श्याम मंदिर के पास गलसिंह के साथ मारपीट की। छोटू ने गलसिंह के गले में दुपट्टे से फंदा लगाकर उसकी हत्या की और शव को ईको वाहन में रखकर बड़वानी पुलिया से नर्मदा नदी में फेंक दिया। हत्या के बदले छोटू ने महेंद्र, सपना, मोटलिया, करण, रोहित, भुरू और उल्लु को ढाई लाख रुपये दिए थे।
गिरफ्तारी और बरामदगी:
मनावर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है और हत्या में प्रयुक्त ईको वाहन को जब्त किया है। फरार आरोपी मोटलिया की तलाश जारी है। इस जघन्य अपराध का खुलासा करने में निरीक्षक ईश्वरसिंह, उप निरीक्षक मनोज पाटीदार और साइबर टीम के आर. प्रशांत चौहान एवं शुभम शर्मा सहित अन्य पुलिसकर्मियों का सराहनीय योगदान रहा।
यह मामला पारिवारिक विवादों के कारण होने वाले गंभीर अपराधों की एक मिसाल है, जिसमें लालच और रंजिश ने एक भाई को अपने ही भाई की हत्या के लिए प्रेरित किया।