उज्जैन। बे-मौसम बारिश और ओलावृष्टि के अलावा किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान जंगली जानवरों के द्वारा फसलों के खराब किए जाने से होता है। इसके साथ ही जंगली जानवरों का आतंक इतना है कि इनसे जनहानि तक होती रहती है। घोड़ा रोज़, जंगली सूअर और जानवरों से फसलों का नुकसान रोकने के लिए प्रदेश सरकार जल्द ठोस कदम उठाने वाली है। अवंतिका ने जंगली जानवरों से हो रहे कृषकों के नुकसान को प्रमुखता एवं धरातल से उठाया था। अपने कई संस्करणों में इस मुद्दे को प्रमुखता से रखा था।मध्यप्रदेश के उज्जैन संभाग के साथ ही इंदौर संभाग में भी जंगली जानवरों घोडारोज,जंगली सुअरों से फसलों को काफी नुकसान होता है। ये जानवर चने की फसल को मामूली चरने के बाद फसलों में लौट लगा कर उसे बर्बाद कर देते हैं। इनकी वजह से हुई दुर्घटनाओं में इसी वर्ष महिदपुर के एक युवक की मौत हुई है। इनके द्वारा तमाम प्रयास के बावजूद फसलों को नुकसान पहुंचाया जाता है। यहां तक की उज्जैन जिले के साथ ही रतलाम,मंदसौर,नीमच,आगर-मालवा,शाजापुर सहित अन्य जिलों में उद्यानिकी की सब्जी की फसलों का उत्पादन घटने लगा है। कृषकों हो रहे नुकसान को लेकर जनप्रतिनिधि भी काफी गंभीरता से इस मुद्दे को लेकर हल चाहते हैं। इसी के चलते मध्यप्रदेश विधानसभा में पक्ष –विपक्ष दोनों ही और के विधायकों ने इस मामले को सदन में उठाया है।घोडा रोज की समस्या से अकेला मध्यप्रदेश ही नहीं जुझ रहा है ।राजस्थान सरकार द्वारा जंगली जानवरों से निजात दिलाने के लिए तार फेंसिंग योजना चलाई जा रही है, लेकिन मध्य प्रदेश में ऐसी कोई योजना नहीं होने के कारण किसानों को बड़ी मात्रा में घाटा उठाना पड़ रहा है।यही कारण है कि जनप्रतिनिधि लगातार इस मुद्दे को राज्य सरकार के समक्ष उठा रहे हैं। मध्य प्रदेश के वर्तमान बजट सत्र के दौरान भी यह मुद्दा विधानसभा में उठा।पक्ष विपक्ष दोनों ने उठाया मामला-प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश के कई विधायकों ने इस मामले को उठाया एवं किसानों की सबसे बड़ी समस्या की ओर राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट करवाया। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ओर के विधायकों ने जंगली जानवर घोड़ा रोज (रोजड़े) द्वारा खेतों में उत्पात मचाकर फसल खराब करने और किसानों पर हमले का मुद्दा उठाया। प्रश्नकाल के दौरान मंदसौर विधायक विपिन जैन ने घोड़ा रोज के नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कदमों को लेकर सवाल पूछा था। इसके बाद कई और विधायकों ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए किसानों की समस्याओं के बारे में विधानसभा अध्यक्ष को जानकारी दी। उज्जैन जिले के तराना विधानसभा क्षेत्र के विधायक महेश परमार ने जंगली सूअरों द्वारा फसल खराब करने की समस्या उठाई। वरिष्ठ विधायक भंवर सिंह शेखावत ने बताया कि बदनावर में घोड़ारोज के हमलों में 7 किसानों की मौत हुई है।अध्यक्ष ने कहा सरकार समस्या को गंभीरता से ले-विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने इस मामले में व्यवस्था देते हुए राज्य सरकार को सलाह दी कि घोड़ारोज की समस्या को गंभीरता से लिया जाए। इसके साथ ही जल्द से जल्द घोड़ारोज द्वारा फसल और किसानों को होने वाले नुकसान रोकने के लिए सरकार कार्ययोजना बनाए।विजयवर्गीय ने कहा सरकार उठाएगी ठोस कदम -विधानसभा में यह मामला उठने के बाद एवं विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा विस्तृत कार्य योजना बनाई जाने के निर्देश के पश्चात सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस मामले को लेकर सदन में अपनी सरकार की ओर से जवाब दिया। संसदीय कार्य मंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर जल्द ही ठोस कदम उठाएगी।