महाकाल मंदिर के गर्भगृह में चली  गई बालिका, किसी ने नहीं रोका- बाहर समिति के कर्मचारी, गार्ड व अंदर पंडे-पुजारी मौजूद थे

 
दैनिक अवंतिका उज्जैन। 
महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम लोगों का प्रवेश बंद है। इसके बावजूद एक बालिका को अंदर गर्भगृह में भेजकर दर्शन कराए गए। इसके सोशल मीडिया पर फोटो-वीडियो वायरल होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। 
मंदिर प्रबंध समिति ने गर्भगृह के अंदर जाकर दर्शन-पूजन पर करने पर पिछले काफी समय से रोक लगा रखी है। इसके चलते आम लोग अभी भगवान महाकाल के बाहर से ही दर्शन कर रहते है। गर्भगृह के अंदर जाना किसी भी आम व्यक्ति के लिए सख्त मना है। केवल मंदिर के पंडे-पुजारियों को ही जल चढ़ाने आरती-पूजा के लिए मंदिर समिति ने अनुमति दी है। इसके अलावा अखाड़ों के महामंडलेश्वर आदि साधु-संतों को ही अंदर जाकर दर्शन की अनुमति होती है। इसके अलावा राज्य शासन के प्रोटोकॉल से आने वाले अतिविशिष्ट जन जिन्हें स्थानीय जिला प्रशासन ने भी अनुमति दी हो वे ही लोग अंदर जाकर दर्शन करते हैं। 
वीडियो में कोई व्यक्ति बालिका 
को अंदर भेजते दिख रहा 
वायरल वीडियो में कोई व्यक्ति उक्त बालिका को खुद अंदर गर्भगृह में भेजते दिख रहा है। बालिका अंदर जाती है और कुछ देर महाकाल के शिवलिंग के आगे खड़े रहती है। वहीं पर आसपास कई पंडे-पुजारीगण भी खड़े नजर आ रहे हैं। वहीं गर्भगृह के बाहर समिति के कर्मचारियों और सुरक्षा गार्ड की भी ड्यूटी होती है। लेकिन इनमें से किसी ने भी बालिका को अंदर जाने से नहीं रोका।
मंदिर अधिकारी बोले – जांच 
कर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे
उक्त मामले को लेकर जब मीडिया ने मंदिर समिति के अधिकारियों को इस बारे में बताया तो उनका कहना था कि आपके माध्यम से हमें जानकारी मिली है। इसकी जांच कर जो भी लोग दोषी है उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने कहा कि गर्भगृह में प्रवेश बंद में आम लोग नहीं जा सकते हैं। इसकी जांच की जा रही है। 

Author: Dainik Awantika