चुनावी वर्ष का बड़ा फाल्ट- मध्य प्रदेश में गहराएगा का विद्युत संकट !

कोयले की कमी से बार-बार हो रही घोषित- अघोषित कटौती

उज्जैन। पोलोग्राउंड स्थित भवन में सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों की गुप्त रूप से मंथन बैठक हुई। इस मंथन में क्या निकल कर आया या किन- किन मुद्दों पर चर्चा हुई यह तो फिलहाल बाहर नहीं आ सका है, लेकिन सिर्फ उज्जैन में ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में विद्युत संकट गहराने के आसार नजर आ रहे हैं। विद्युत संकट बढ़ने के पीछे एक बड़ी वजह कोयले की भारी कमी मानी जा रही है। सरकार इस संकट से उबरने के लिए फिलहाल कुछ हल नहीं निकाल पा रही है और ऐसी स्थिति में विद्युत कंपनियों के पास सिर्फ एक ही विकल्प विद्युत कटौती रह जाता है। यही वजह है कि उज्जैन- इंदौर सहित तमाम शहरों तथा गांवों में घोषित कम और अघोषित रूप से बार-बार बिजली कटौती की जा रही है। 2 मिनट, 5 मिनट और आधा घंटा के नाम पर कभी भी, कहीं भी, किसी भी क्षेत्र में बिजली गुल हो जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों के हालात तो और खराब हैं। यहां घंटों तक बिजली नहीं आती। सरकारी खजाना पहले से ही खाली है। चुनावी वर्ष है, इसलिए उम्मीद है कि सरकार कोई बड़ा कदम उठाएगी, परंतु यह भविष्य पर ही निर्भर है। उज्जैन के ऋषि नगर में बार-बार विद्युत संकट सामने आ रहा है। ऋषि नगर के विद्युत संकट को उपरोक्त विद्युत संकट से जोड़कर देखा जा रहा है। यदि यही स्थिति रही तो ऋषि नगर ही क्या प्रदेश भर में विद्युत संकट चलता रहेगा। बार-बार बिजली गुल होती रहेगी। सरकार विद्युत कंपनियों के अधिकारियों को दिखावटी तौर पर चेतावनी देती रहेगी और विद्युत मंडल के अधिकारी किसी न किसी बहाने यह कटौती करते रहेंगे।

 

उज्जैन के ऋषि नगर में बार-बार बिजली गुल से रहवासी परेशान

एमपीईबी झोन का घेराव, परेशान रहवासियों का बढ़ रहा आक्रोश

चुनावी वर्ष में सुविधाएं देने की बातें तो बड़ी – बड़ी की जा रही है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके ठीक विपरीत है। विद्युत कंपनी की बैठकों में भी आला अफसर यही दावा करते और निर्देश देते नजर आते हैं कि 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जाए। जहां जो भी समस्या आ रही हो, उसे दूर किया जाए परंतु यह सिर्फ झूठ के अलावा और कुछ नजर नहीं आ रहा है।
उज्जैन शहर की पुरानी कॉलोनी ऋषि नगर में रहवासी लंबे समय से पानी की समस्या से तो जूझ रहे थे, अब बिजली की समस्या के कारण भी परेशान हो रहे हैं। ऋषि नगर के हालात ये हैं कि यहां पर एक दिन छोड़कर पानी का वितरण किया जाता है। पानी का दबाव भी इतना कम होता है कि उन्हें जल संकट का भारी सामना करना पड़ रहा है। पानी वितरण की समस्या के साथ ही अब बिजली कटौती ने भी कई लोगों को परेशान कर रखा है। बिजली कभी भी चली जाती है और घंटों तक नहीं आती। बढ़ती गर्मी के कारण बिजली चले जाने पर समस्याएं और कई गुना बढ़ जाती हैं। सोमवार सुबह एक विद्युत अधिकारी के घर का घेराव रहवासियों द्वारा किया गया। इसके बाद महाश्वेता नगर एमपीईबी झोन का रहवासियों ने स्थानीय पार्षद के साथ जाकर घेराव किया। विद्युत मंडल के कर्मचारियों द्वारा बिजली नहीं होने के मामले को लेकर अलग-अलग बहानेबाजी की जा रही है। कहीं डीपी का चक्कर बताया जा रहा है, तो कहीं लोड का, कहीं कोई और बात कह कर रहवासियों को भ्रमित करने की कोशिश की जा रही है। इससे आक्रोशित रहवासियों का आक्रोश और बढ़ता जा रहा है, परंतु ऐसा लगता है जैसे विद्युत मंडल के अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है।