सत्य मार्ग पर अडिग तो व्यक्ति का कल्याण होकर रहेगा- मुनि आदित्य सागर

मुनिश्री का मंगल प्रवेश चल समारोह निकला
दैनिक अवन्तिका  इंदौर
अपने देवों, शास्त्रों और गुरू पर श्रद्धा रखने वाले व्यक्ति और समाज का कभी भी अहित नहीं हो सकता। इन तीनों में इतनी शक्ति होती है कि हमारी किस्मत कभी भी पलट सकती है। पंच परमेष्टि पर विश्वास रखें और सत्य के मार्ग पर अडिग रहें तो व्यक्ति का कल्याण होकर रहेगा।
यह बात श्रुत संवेगी आदित्य सागर महाराज ने अंजनि नगर चंद्रप्रभु मांगलिक भवन पर कही। वे नर्सिंग वाटिका एरोड्रम से निकले मंगल प्रवेश जुलूस के बाद यहां पहुंचे थे। इसमे बैंड-बाजों के साथ महिला मंडल और युवा मंडल के सदस्यों ने नाचते-गाते हुए प.पू. आदित्य सागर म.सा., चल रहे थे। मुनि सहज सागर एवं मुनि अप्रमित सागर महाराज की अगवानी की गई।
मार्ग में समाज बंधुओं ने अपने-अपने घरों के सामने रंगोली सजाकर उनका पाद प्रक्षालन किया। संचालन अध्यक्ष देवेन्द्र सोगानी ने किया। पसरोज गोधा एवं पुष्पा झांझरी ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। मंदिर समिति के संजय मोदी, अशोक टोंग्या एवं ऋषभ पाटनी ने बताया कि 23 अप्रैल तक प्रतिदिन सुबह 8.30 बजे से चंद्रप्रभु मांगलिक भवन अंजनि नगर पर मुनिश्री के नियमित प्रवचन होंगे।

संतश्री ने कहा- इंदौर मेरे मायके जैसा, अंजनि नगर ननिहाल
मुनिश्री ने विनोद करते हुए अंजनि नगर के साथ अपने आत्मीय रिश्तों का उल्लेख भी किया और कहा कि ऐसा लगता है कि इंदौर शहर मेरा मायका है और अंजनि नगर मेरा ननिहाल। यहां आने के बाद लगता है कि मैं मेरे मामा के यहां आया हूं। मुनिश्री के इस आशीर्वचन का प्रवचन में उपस्थित आसपास की 15 कालोनियों के समाजबंधुओं ने जयघोष के साथ स्वागत किया।