April 30, 2024

भू माफियाओं से भय नहीं था, इनके गंदे दिमाग से अवगत कराने के लिए कोर्ट में कहा था

इंदौर। इंदौर के अपर कलेक्टर अभय बेडेकर को भू माफियाओं द्वारा धमकी दिए जाने और कोर्ट में कपड़े उतरवाने तथा उनकी नौकरी चले जाने वाले मामले में एडीएम ने खुद स्पष्ट किया है। उनके हवाले से बताया गया है कि 2/2/23 को मा. उच्च न्यायालय में मेरी हाज़िरी के दौरान मेरे द्वारा दिए गये वक्तव्य को ग़लत तरीक़े से प्रस्तुत किया जा रहा है।
हुआ ये था कि जब भू माफ़ियाओं के वकील ने मा. न्यायालय में कहा कि एडीएम साहब हमारी ज़मीन पे ग़लत क़ब्ज़े करवा रहे हैं और प्लॉट अलॉट कर रहे हैं। इस तरह की बात ये लोग मुझ से पहले भी कह चुके हैं और मा. सर्वोच्च न्यायालय में भी इन्होंने याचिका लगाकर मेरे नाम के उल्लेख के साथ लिखा धा कि “एडीएम श्री बेडेकर हमें धमकाते हैं।”
उसके जवाब में मैंने मा. न्यायालय में कहा कि मेरे द्वारा धमकाने की बात तथ्यहीन है और मैं प्रशासन की तरफ़ से मा. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए पीड़ितों को उनके प्लॉट पे क़ाबिज़ करवा रहा हूँ। मैं उन्हें नहीं धमका रहा बल्कि ये लोग मुझे कहते हैं कि “कोर्ट में आपके कपड़े उतर जाएँगे और नौकरी चली जाएगी।”
ये कार्य करने में कोई डर अथवा भू माफिया का भय नहीं था बल्कि मा. न्यायालय को इनके गंदे दिमाग़ और तौर तरीक़े से अवगत कराने के लिए मैंने कहा था। वैसे भी ये लगभग ६-८ माह पुरानी घटना है और प्रशासन ने भू माफिया के विरुद्ध सख़्ती से कार्यवाही करते हुये 260 शिकायतों में से लगभग 150 पीड़ितों को उनका हक़ दिलवाया है। भू माफ़ियाओं के क़ब्ज़े से प्लॉट्स को मुक्त करवाकर पीड़ितों को उनके प्लॉट्स दिलवाये गये।
इसी केस के चलते हुये ही एक आरोपी चिराग़ शाह के विरुद्ध एफ़आईआर भी करवायी गयी है। कोई भी व्यक्ति या माफिया क़ानून से बड़ा नहीं है और ज़िला प्रशासन सख़्ती से क़ानून का पालन करा रहा है। इंदौर ज़िला प्रशासन सभी प्रकार के माफ़ियाओं के विरुद्ध सख़्ती से कार्यवाही कर रहा है और भू माफ़ियाओं के विरुद्ध ये कार्यवाही सख़्ती से जारी रहेगी।