April 30, 2024

जीनोम सिक्वेंसिंग जरूरी, इंदौर में अभी एक भी मरीज नहीं परंतु सतर्कता रखना होगी

इंदौर। चीन में नए वैरिएंट BF.7 के कारण हाहाकार मचा हुआ है। इसके चलते अब 22 दिसम्बर को हेल्थ कमिश्नर ने फिर सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर नई शुरुआती गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत नए कोरोना मरीजों के जीनोम सिक्वेसिंग आवश्यक रूप से कराई जाएगी। ताकि नए वैरिएंट की पहचान करने में देरी न हो। एमएचओ डॉ. बीएस सेत्या ने बताया कि जिले में इस माह कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला है। इंदौर में आखिरी कोरोना मरीज (एक) 28 नवम्बर को मिला था। फिर जो अलर्ट जारी किया है। अब केस पाए जाते हैं तो तुरंत मरीज को आइसोलेट किया जाएगा।
दूसरी लहर में भयावह स्थिति देखने के बाद इंदौर के लोगों ने पहला और दूसरा डोज तो लगा लिया लेकिन बूस्टर डोज में लापरवाही बरती। अभी शहर में सरकारी डिस्पेंसरियों पर बूस्टर डोज लगाए जा रहे हैं।

विदेश से आने वालों की जांच जरूरी

इधर, हेल्थ कमिश्नर ने नई गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि जो व्यक्ति कोविड-19 से ग्रस्त ऐसे लोग जिनकी उम्र 60 वर्ष से ज्यादा हो व ऐसे व्यक्ति जिन्हें पहले से शुगर, ब्लड प्रेशर, फेफड़े, किडनी, कैंसर आदि से ग्रस्त हो, जांच कराई जाए। इसके साथ ही विदेशों खासकर ऐसे देश जहां कोरोना फैला हुआ है वहां से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच की जाएं।