परिजनों ने शवों को रख उज्जैन-देवास का रोका रास्ता

उज्जैन। नागझिरी उद्योगपुरी पोहा फैक्ट्री अग्निकांड में तीन महिलाओं की मौत के बाद शनिवार दोपहर परिजनों ने शवों के वाहन को बीच सड़क पर रोक उज्जैन-देवास का रास्ता रोक दिया। चक्काजाम की खबर मिलते ही एसडीएम मौके पर पहुंच गये थे।
बिंदल पोहा फैक्ट्री में शुक्रवार शाम विद्युत मोटर सुधारते समय शार्ट सर्किट के बाद भीषण आग लग गई थी। हादसे में काम करने वाली महिला दुर्गा पति राधेश्याम ग्राम बोरखेड़ी आगर, ज्योति पति पप्पू नागझिरी और क्षमा पति प्रभुलाल मालवीय नेहरुनगर की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई थी। तीनों के शव भयावह हालत में रेस्क्यू कर बाहर निकाले गये थे। शनिवार सुबह पुलिस ने तीनों का पोस्टमार्टम कराया। परिजन वाहन में शवों को लेकर नागझिरी पहुंचे और उद्योगपुरी में जाने वाले मार्ग पर वाहन रोक चक्काजाम कर रास्ता रोक दिया। परिजनों द्वारा आर्थिक सहायता के साथ फैक्ट्री मालिक पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की जाने लगी। कुछ देर में ही उज्जैन-देवास मार्ग पर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। जानकारी मिलते ही एसडीएम जगदीश मेहरा और आईपीएस विनोद कुमार मीणा मौके पर पहुंच गये। परिजनों की मांग पर तत्काल 2-2 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और शासन से चर्चा कर 2-2 लाख बाद में दिलाए जाने की बात कहीं। वहीं अग्निकांड की जांच के लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट आते ही प्रकरण दर्ज किये जाने की कार्रवाई का आश्वासन दिया।