उज्जैन की महाकाल थाना पुलिस ने महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आए परिवार से बिछड़ चुके एक 85 साल के बुजुर्ग को उनके परिजनों से मिलाया। गुजरात के बड़ोदरा से परिवार के साथ मंदिर पहुंचे बुजुर्ग हीरालाल प्रजापति भीड़ में परिवार से बिछड़ गए थे। याददाश्त कमजोर होने के कारण वे परिजनों का मोबाइल नंबर या अन्य जानकारी नहीं दे पा रहे थे। ऐसे में पुलिस ने 8 घंटे के लगातार प्रयास के बाद उन्हें सुरक्षित परिजनों से मिलाया।पुलिस ने बुजुर्ग को उनके परिजनों से मिलाया।
गुजरात से आयी टैक्सियों में की तलाश
बिछड़ने की सूचना मिलते ही पुलिस ने महाकाल मंदिर चौकी और पुलिस नियंत्रण कक्ष के माध्यम से बुजुर्ग व्यक्ति के बारे में घोषणा कराई। साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी उनका विवरण शेयर किया। टीम ने मंदिर परिसर और आसपास की पार्किंग में गुजरात नंबर की टैक्सियों और वाहनों की तलाश भी शुरू की। लगातार सर्चिंग करने के बाद पुलिस को गुजरात से आए उनके परिवार के सदस्यों का पता लग गया।
सहायक उप निरीक्षक चंद्रभान सिंह चौहान और उनकी टीम के प्रयासों से बुजुर्ग हीरालाल को सुरक्षित उनके परिवार से मिलाया गया। परिजनों ने पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उज्जैन पुलिस की तत्परता से ही उनका वरिष्ठ सदस्य सुरक्षित वापस मिल सका।
दर्शनार्थियों से पुलिस की अपील
उज्जैन पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि महाकाल मंदिर जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर अपने साथ आए बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें। साथ ही मोबाइल नंबर या पहचान पत्र साथ रखना आवश्यक है, जिससे किसी आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके।
