उज्जैन। गुरूवार को सिंहस्थ निर्माणों को वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने स्पाट पर ही देखा और उससे संबंधित मसले पर वहीं पर चर्चा की गई। इस दरमियान निर्माणाधीन फ्रीगंज ओव्हर ब्रिज पर पहुंचे अधिकारियों ने सेतु निगम के कार्यपालन यंत्री पीएस पंत से जानकारी ली और उन्हें निर्देश दिए गए कि यह शहर का महत्वपूर्ण सेतु हैं इसमें योजना पालन का विशेष ध्यान दिया जाए ।
सिंहस्थ मेला अधिकारी सह संभागायुक्त आशीष सिंह एक बार फिर से सिंहस्थ की तैयारी के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने निकले। कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ,नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा के साथ उन्होंने निर्माणाधीन ओव्हरब्रिज का निरीक्षण किया। स्थल पर सेतु निगम के कार्यपालन यंत्री सहित अन्य अधिकारियों ने निर्माण से संबंधित जानकारियां दी। इस दौरान मेला अधिकारी ने निर्देश दिए कि यह शहर का महत्वपूर्ण ब्रिज है। इसके निर्माण एवं योजना पर पूरा ध्यान दिया जाए।
जैसा है ठीक वैसा ही-
कार्यपालन यंत्री पीएस पंत के अनुसार ब्रिज स्वीकृत स्थिति में तीन भूजा का रहेगा। वर्तमान ब्रिज भी ऐसा ही है। निर्माणाधीन ब्रिज की तीन भूजा में से एक मक्सी रोड,एक टावर एवं एक चामुंडा माता मंदिर की और रहेगी। पुराना ब्रिज जब तक नया ब्रिज चालू नहीं हो जाता है यथावत रखा जाएगा। रेलवे की शर्तों के अनुसार नया ब्रिज बनने और चालू होने पर पुराने की अवधि समाप्त होने की स्थिति में तोडा जाएगा।
घाट पर बैठे और निर्माण कार्य देखा-
निर्माणाधीन फ्रीगंज ब्रिज देखने से पहले अधिकारी शांति पैलेस के पीछे जीवन खेडी में ब्रिज के पास से नीचे नदी के दोनों और बन रहे घाट पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने घाट के निर्माण को लेकर जलसंसाधन विभाग कार्यपालन यंत्री मयंक सिंह एवं एसडीओ मयंक परमार से जानकारी हासिल की। उसके बाद निर्देश दिए गए कि वर्ष 2027 के वर्षाकाल तक घाटों का निर्माण गुणवत्ता के साथ पूर्ण कर लिया जाए।
