मक्का के भाव को लेकर नजरअंदाजी, किसानों को हो रही हानि

ब्रह्मास्त्र उज्जैन

सोयाबीन के लिए प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार भावांतर योजना लेकर आई थी। इसमें किसानों को तत्काल भुगतान मिला है। इसकी बजाय मक्का में किसानों के बुरे हाल हैं। संभाग के आगर-मालवा एवं रतलाम जिले के साथ ही उज्जैन से लगे धार जिले में इससे किसानों को हानि हो रही है।

ल्ल मक्का कृषक नाराज- उज्जैन संभाग के आगर-मालवा एवं रतलाम के साथ पास के जिले धार में मक्का की अच्छी पैदावार होती है। सरकार ने सोयाबीन पर भावांतर योजना लाकर किसानों को आधार दिया लेकिन मक्का को लेकर उसकी नजरअंदाजी से किसानों में नाराजगी है। मक्का का समर्थन मूल्य करीब 2500 रूपए है और हालत यह है कि रतलाम, आगर, बदनावर मंडी में इसकी कीमत कमजोर मिल रही है। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है। किसानों का कहना है कि एक और तो सरकार मोटा अनाज पैदा करने वाले कृषकों को प्रोत्साहन की बात करती है और दूसरी तरफ मक्का को लेकर नजरअंदाजी की जा रही है। सरकार को मक्का को भी समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए आदेश जारी करना चाहिए।

ल्ल मध्य प्रदेश सरकार किसानों को उपज का अच्छा दाम देने के लिए कई प्रकार की योजनाएं बना रही है लेकिन मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले की रेणुका कृषि उपज मंडी में अपनी उपज बेचने आने वाले किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किसानों का कहना है कि एक महीने पहले व्यापारी 5300 क्विंटल तक सोयाबीन की उपज खरीद रहे थे। अब 4100 से 4200 प्रति क्विंटल ही हमारी उपज खरीदी जा रही है। जिस कारण हमारा नुकसान हो रहा है। हमारी लागत भी नहीं निकल पा रही है। जिसको लेकर अब किसान विरोध करने को मजबूर हो गए हैं। किसान मनीष भारते का कहना है कि सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है। यह दावे जमीन पर खोखले नजर आ रहे हैं।

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