उज्जैन। जानलेवा हमले में फरार चल रहे 10 हजार के इनामी कुख्यात बदमाश ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। बदमाश पर गंभीर धाराओं के 64 अपराध दर्ज है। जानलेवा हमले में उसकी पत्नी भी शामिल थी, जिसे पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका था।
देवासगेट थाना प्रभारी अनिला पाराशर ने बताया कि रेलवे स्टेशन के पास 16 अगस्त को शाजापुर के युवक पर जानलेवा हमला हुआ था। हमले में कुख्यात बदमाश यूनुस पठान उर्फ छैनू पिता बाबू उर्फ डबल निवासी फाजलपुरा का नाम सामने आया था। हमले में उसके साथ पत्नी शबनम और नयापुरा का रहने वाला जटा प्रजापत भी शामिल था। तीनों की तलाश में एएसआई राधेश्याम आवलिया, रामेश्वर धानक, प्रधान आरक्षक नागेन्द्र मकवाना, सुमित, आरक्षक मनीष, शैलेष, तरूण की टीम उसके ठिकाने पर दबिश दे रही थी। लेकिन बदमाश लगातार गिरफ्त से दूर बना हुआ था। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कुख्यात बदमाश की गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। पुलिस लगातार परिवार से पूछताछ कर पता लगाने का प्रयास कर रही थी। गिरफ्तारी का दबाव बढ़ता देख बदमाश ने शुक्रवार शाम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। खबर मिलने पर पुलिस कोर्ट पहुंची और बदमाश को पूछताछ के लिये एक दिन की रिमांड पर लिया। जिसे शनिवार को दोबारा कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ भेजा गया है। एएसआई राधेश्याम आवलिया ने बताया कि बदमाश ने रेलवे स्टेशन के पास चाय का ठेला किराये से दे रखा था, जिसे शाजपुर का रहने वाला युवक चलता था, किराये के रूपयों को लेकर कुख्यात बदमाश ने अपनी पत्नी और साथी के साथ मिलकर चाकू से जानलेवा हमला किया था। कुछ दिन बाद उसकी पत्नी शबनम को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था, जो वर्तमान में जमानत पर रिहा चल रही है।
वर्ष 1995 में की थी पहली चाकूबाजी
कुख्यात बदमाश यूनुस उर्फ छैनू ने पिछले 30 सालों से अपराधों में शामिल है। उसने कोतवाली थाने में वर्ष 1995 के दौरान पहली चाकूबाजी की घटना को अंजाम दिया था। उससे पहले छोटे अपराध कर चुका था। उसने अपराध जगत में कई संगीन अपराधों को अंजाम दिया। अब तक उसके खिलाफ शहर सहित जिले के थानों में 64 से अधिक मामले दर्ज हो चुके है। पूर्व में उसके खिलाफ कई बार प्रतिबंधात्मक धाराओं में प्रकरण दर्ज करने के साथ जिलाबदर की कार्रवाई की जा चुकी है। बावजूद उसके अपराध कम नहीं हो रहे है।
मकान पर चल चुका है बुलडोजर
छैनू अपराधों को अंजाम देने के साथ हफ्ता वूसली की घटनाओं को अंजाम देने लगा था। उसके द्वारा आटो चालकों को भी धमकाया जा रहा था। उसकी अपराधिक गतिविधियां कम नहीं होने पर कुछ साल पहले पुलिस और नगर निगम के साथ प्रशासन ने फाजलपुरा स्थित मकान पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की थी, उस दौरान उसकी बेटी का निकाह होना था। छैनू ने अपने कुछ रिश्तेदार और साथियों के साथ मिलकर गैंग भी बना ली थी। गैंग के सदस्य छैनू का भय दिखाकर लोगों को धमकाकर वसूली करते थे।
64 अपराध में था लिप्त, गिरफ्तारी पर था 10 हजार का इनाम कुख्यात बदमाश छैनू ने किया कोर्ट में आत्मसमर्पण
