आतंकवाद के खिलाफ रक्षा के अधिकार से कोई समझौता नहीं

कुआलालंपुर। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुआलालंपुर में आयोजित 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में आतंकवाद को निरंतर और संक्षारक खतरा बताते हुए वैश्विक समुदाय से इसके प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ का दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के नेताओं और प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए जयशंकर ने स्पष्ट और दृढ़ता से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी रक्षा का अधिकार कभी भी दांव पर नहीं लगाया जा सकता है। उनका यह बयान भारत के उस राष्ट्रीय वक्तव्य का हिस्सा था, जिसने क्षेत्रीय सहयोग, आर्थिक स्थिरता और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए 19 देशों के नेताओं को एक मंच पर लाया।

Share:

संबंधित समाचार

Leave a Comment