दिवाली पर उज्जैन बना तंत्र साधना का केंद्र: देशभर से पहुंचे तांत्रिक, जलती चिताओं के पास कर रहे हैं लक्ष्मी प्राप्ति की साधना
उज्जैन, 18 अक्टूबर 2025।
एक ओर जहां पूरे देश में घर-आंगन दीपों की रोशनी से जगमगा रहे हैं और महालक्ष्मी की पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं उज्जैन के चक्रतीर्थ श्मशान घाट पर एक अनूठा आध्यात्मिक दृश्य देखने को मिल रहा है। यहां देशभर से आए तांत्रिक और अघोरी साधक पांच दिन तक चलने वाली श्मशान साधना में लीन हैं। यह साधना 16 अक्टूबर से शुरू होकर 20 अक्टूबर, यानी दिवाली की रात तक चलेगी।
हर रात जलती चिताओं के पास, दीपक की लौ और मदिरा की गंध के बीच तांत्रिक मंत्रोच्चार करते हैं। यह दृश्य भय और रहस्य से भर देता है, लेकिन साधकों के लिए यह लक्ष्मी प्राप्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा अर्जन का समय माना जाता है।
स्थानीय तांत्रिक भय्यू महाराज बताते हैं कि वे भैरव मंदिर के पास रोजाना तीन घंटे तक साधना करते हैं। इस दौरान नींबू, मिर्च, मदिरा, मावा, सिंदूर, अबीर, दीपक और फूलों का प्रयोग होता है। मान्यता है कि इस विधि से लक्ष्मी माता प्रसन्न होकर साधक को धन-संपत्ति का आशीर्वाद देती हैं।
🔮 कुबेर और उलूक साधना
तंत्र परंपरा में दीपावली का पर्व विशेष माना गया है। भय्यू महाराज बताते हैं कि कुछ साधक कुबेर साधना करते हैं, तो कुछ उलूक साधना — जिसमें उल्लू को लक्ष्मी का वाहन मानकर उसकी प्रतीकात्मक पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यता है कि अमावस्या की रात में की गई उलूक साधना से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
🌙 उज्जैन — “सिद्ध नगरी” का महत्व
पंडित महेश पुजारी के अनुसार, उज्जैन सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि “सिद्ध नगरी” भी है। यहां सात्विक और तामसिक दोनों साधनाएं मान्य हैं। महाकाल मंदिर का दक्षिणमुखी स्वरूप उज्जैन को तंत्र क्रियाओं के लिए विशेष रूप से शक्तिशाली बनाता है।
चौदस और अमावस्या की रात को चक्रतीर्थ श्मशान साधकों के लिए अत्यंत ऊर्जावान मानी जाती है। इन रातों में श्मशान में घंटों तक भैरव पूजन, रुद्र तंत्र, और विशेष तांत्रिक क्रियाएं की जाती हैं।
🐢 कछुआ और कौड़ी साधना का महत्व
इन तंत्र विधियों में “कछुआ पूजन” भी शामिल है। कछुआ भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है और स्थिरता का प्रतीक है। साधक कौड़ी साधना, रत्ती साधना, कुबेर साधना, गणेश साधना और गौरी-गणेश साधना जैसी क्रियाएं भी करते हैं।
कौड़ी साधना से धन की प्राप्ति होती है, जबकि रत्ती साधना व्यापार में स्थिरता और लाभ लाती है।
दिवाली की अमावस्या की रात को जब शहर दीपों से जगमगाएगा, तब उज्जैन का चक्रतीर्थ श्मशान रहस्यमयी तंत्र साधना की ऊर्जा
