उज्जैन। कुछ दिनों से आत्महत्या करने के मामले लगातार सामने आ रहे है। गुरूवार को एक युवती ने दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। जिसके आधार पर मामले की जांच शुरू की गई है। 2 दिन में 6 युवावस्था के लोग अपने जीवन का अंत कर चुके है।
नरवर थाना क्षेत्र के गढ़ मोहल्ला में रहने वाली सलोनी पिता दिलीप जूनवाल 19 वर्ष ने दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे लटका देखा तो नीचे उतारा, मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस और एफएसएल टीम जांच के लिये पहुंची, जिसके बाद शव चरक अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के दौरान युवती के कपड़ो से सुसाइड नोट मिला। जिसमें महिला पर प्रताड़ित किये उल्लेख होना बताया जा रहा है। पुलिस ने नोट को जप्त कर जांच में लिया है। एएसआई भगवत तिवारी ने बताया कि परिजनों के गमगीन होने पर बयान दर्ज नहीं किये गये है। 2 दिन बाद बुलाकर बयान लिये जायेगें। फिलहाल शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पिछले कुछ दिनों से शहर में लगातार आत्महत्या के मामले सामने आ रहे है। बुधवार को महाकाल क्षेत्र में होटल के मैनेजर ने फांसी लगा ली थी। वहीं नीलगंगा थाना क्षेत्र के सार्थकनगर में जन्मदिन के दिन ही युवक ने जहरीली पदार्थ खाकर जीवन समाप्त कर लिया था दोनों ने सुसाइड नोट लिखा था। चिमनगंज थाना क्षेत्र के ढांचा भवन में मिस्त्री ने फांसी लगाई थी, चिंतामण थाना क्षेत्र के किराये से रहने और होटल के काम करने वाले झारडा के युवक का शव मिला था, उसने भी संभवत: जहरीला पदार्थ खाया था। यहीं नहीं महिदपुररोड से परिजन 17 साल के बालक को जहर खाने के बाद उपचार के लिये उज्जैन लेकर आये थे जिसकी जान नहीं बच पाई थी। यह सभी मामले बुधवार को सामने आये थे। इससे पहले नीलगंगा थाना क्षेत्र की तिरूपति प्लेटिनम कालोनी में रहने वाली 4 साल की विवाहिता ने कैमरे पर जहर खाते वीडियो बनाया था और अपना जीवन समाप्त कर लिया था। कुछ दिनों में सामने आये आत्महत्या के मामलों में मरने वालों की उम्र 30 साल के आसपास की रही है।
तनाव का सामना करने की क्षमता नहीं
माना जा रहा है कि युवा वर्ग में जीवन की परेशानियों और तनाव का सामना करने की क्षमता खत्म होती दिखाई दे रही है। जिसके चलते कम उम्र में जीवन का अंत कर रहे है। शासकीय चरक भवन के डॉ. जितेन्द्र शर्मा ने बताया कि परेशानी और तनाव में सबसे पहले परिवार का सहयोग ले और समस्याओं का समाधान करें। गुस्से की प्रवृति को कम करें। तनाव कम ना हो तो मनोचिकित्सक से परामर्श ले। जीवन में ऐेसी कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान नहीं हो सकता है। संचार क्रांति के साथ मोबाइल युग में युवा वर्ग परिवार से दूर होता जा रहा है, इस बात का विशेष ध्यान रखे कि परिवार में अपने भी है, जिनका तुम भरोसा हो।
