खुसूर-फुसूर चढावे का आम और केसर गायब

खुसूर-फुसूर

चढावे का आम और केसर गायब

शासन प्रबंध के मंदिर में आम श्रद्धालु जो भी भगवान को चढावा चढाते हैं उसका हिसाब बराबर मंदिर के नियमों के अनुसार रखा जाना होता है। यहां तक की भगवान को चढावे के पहले अनुमति लेने का नियम भी है। हाल ही में मंदिर में एक चढावे को लेकर पूरे मंदिर में जमकर उठापटक मची हुई है। मामला कुछ दिनों पूर्व भगवान को आम और केसर चढाने का है। बगैर जांच के करीब 12-15 केरेट में भरकर लाए गए आम गर्भगृह तक ले जाए गए थे। अधिकारियों की बगैर अनुमति के आम और केसर बडी मात्रा में भगवान को चढाया गया था वहां तक तो ठीक था उसके बाद आम और केसर चढावे के बाद गायब हो गए। सवा क्विंटल आम और करीब डेढ किलो केसर चढावे में चढाया गया था। चलो आम प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं में बांट दिया गया था लेकिन केसर वो भी डेढ किलो करीब तीन लाख से अधिक का था वह भी गायब हो गया। मंदिर के नियमानुसार यह पूरी सामग्री कोठार में जाना थी और इंद्राज के बाद प्रशासक के आदेश अनुसार इसमें कार्रवाई होना चाहिए थी लेकिन बाले-बाले ही आम और केसर गायब कर दिए गए। जिस दिन यह चढावा आया उस दिन तो ठीक दुसरे दिन से लेकर अब तक मंदिर में इनके गायब होने और बगैर अनुमति के चढावा अंदर आने और चढने के बाद गायब हो जाने का मसला गर्म है। खुसूर-फुसूर है कि जैसे पूर्व में तांबा कांड, दाल चावल कांड, दान पेटी से गणना कांड में जो गोलमाल हुआ है वहीं गोलमाल अब भी जारी है उसके तरीके बदल गए हैं।

 

Share:

संबंधित समाचार

Leave a Comment