April 20, 2024

FILE - A pregnant woman stands for a portrait in Dallas, Thursday, May 18, 2023. On Friday, Aug. 4, 2023, U.S. health officials approved the first pill, Zurzuvae, specifically intended to treat severe depression after childbirth, a condition that affects thousands of new mothers in the U.S. each year. (AP Photo/LM Otero, File)

उज्जैन।   देश भर में इन दिनों लोग अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साहित हैं। इस दिन को लेकर एक ओर ज्योतिष और धर्माचार्यों में अलग ही उत्सुकता है वहीं इस दिन को विशेष मानते हुए गर्भवती महिलाएं भी अपनी प्रसव के लिए डॉक्टरों से गुहार लगा रही हैं और वह चाहती हैं कि इस दिन हमारे घर में भी किलकारी गूंजे और बच्चे का जन्मदिन एतिहासिक बन जाए। यही वजह है कि शहर के अस्पतालों और नर्सिंग होम में 22 जनवरी को डिलीवरी के लिये डिमांड बढ़ गई है।
22 जनवरी को शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन अभिजीत योग भी है इस योग में ही भगवान राम का जन्म हुआ था। जिस समय भगवान राम मंदिर के गर्भगृह में विराजेंगे उस समय मेष लग्न और वृश्चिक नवांश होगा। इसके अलावा इस पूरे दिन अमृत सिद्ध योग भी रहने वाला है। इस शुभ दिन जन्म लेने वाला बालक पराक्रमी, साहसी और बुद्धिमान होगा। यही वजह है कि इस दिन कई गर्भवती माताएं बच्चे की जन्म को लेकर उत्साहित है और परामर्श कर रहे हैं।

बेटा हुआ तो राम और बेटी का नाम जानकी

 22 जनवरी को लेकर गर्भवती महिलाओं के परिवार में भी काफी उत्साह है। इस दिन संतान प्राप्ति होने पर उसे यादगार मनाने कई योेजना बन रहे हैँ। पहली बार गर्भवती हुई महिला के पति हितेश देवांगन का कहना है कि वह इस दिन लड़का होने पर राम और लड़की होने पर जानकी नाम पहले ही सोच लिया है।   शहर के एक निजी नर्सिंग होम की गायनिक डॉक्टर का कहना है कि इन दिनों गर्भवती महिलाएं इस दिन मां बनने की सुख प्राप्त करना चाहती हैं। महिलाओं को कहना है कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के दिन उन्हें प्रसव हो। इसी बीच जिन महिलाओं की डिलीवरी 22 जनवरी के आसपास होनी है, वह भी इसी शुभ दिन की डिलीवरी के लिए डाक्टरों से मांग रही हैं। गर्भवती महिलाओं की इस चाह को पूरा करने के लिए उनके पति और परिवार के बुजुर्ग भी साथ दे रहे हैं। इस तरह का आग्रह करने वालीं महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी होनी है।  ज्योतिषियों का कहना है कि बच्चों के जन्म में समय और मुहूर्त भी खास होता है। दरअसल बच्चे के जन्म के समय से ही उसके जीवन की दशा और दिशा तय हो जाती है। ऐसे में शुभ मुहूर्त हमेशा बच्चों के कल्याण के लिए अच्छे होते हैं।