उज्जैन
माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल की हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी परीक्षा में असफल रहे विद्यार्थियों को सफल होने का एक मौका और दिया जा रहा है। मंडल ने दोनों कक्षाओं की दूसरी परीक्षा का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। मुख्य परीक्षा में असफल रहे विद्यार्थी 17 जून से 05 जुलाई 2025 तक दूसरी परीक्षा दे सकेंगे। अनुत्तीर्ण विषयों के लिए आनलाईन 31 मई रात 12 बजे तक परीक्षा फार्म भरे जा सकते हैं। उन्हें पोर्टल पर जाकर फार्म भरना होगा।
माध्यमिक शिक्षा मंडल क्षेत्रीय अधिकारी एस के रेनीवाल ने बताया कि अनुत्तीर्ण विषयों की परीक्षा एवं छात्र अंक सुधार के लिये अथवा अनुत्तीर्ण छात्र उत्तीर्ण विषयों के अंक सुधार के लिये आवेदन का कार्यक्रम घोषित किया जा चुका है। मंडल सचिव के आदेश से हाईस्कूल/हा. से. द्वितीय परीक्षा 2025 के ऑन लाईन आवेदन पत्र भरने की तिथि छात्र हित को दृष्टिगत रखते हुये हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी द्वितीय परीक्षा 2025 के लिये ऑन लाईन परीक्षाफार्म भरने की निम्नानुसार पुनः निर्धारित की गई है।
नए कार्यक्रम के अनुसार हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी मुख्य परीक्षा 2025 में उत्तीर्ण छात्र अंक सुधार के लिये अथवा अनुत्तीर्ण छात्र उत्तीर्ण विषयों के अंक सुधार के लिये दिनांक 25.मई की रात्रि 12:00 बजे तक ऑन लाईन आवेदन कर सकेंगे। इस तिथि के पश्चात कोई भी छात्र अपने उत्तीर्ण विषयों में अंकसूधार के लिये आवेदन नहीं कर सकेगा। हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी मुख्य परीक्षा में केवल अनुत्तीर्ण विषयों के लिए दिनांक 31.05.2025 की रात्रि 12:00 बजे तक ऑन लाईन आवेदन कर सकेंगे। हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी द्वितीय परीक्षा 2025 के ऑनलाईन परीक्षा आवेदन भरने लिये जारी किये गये शेष निर्देश यथावत लागू रहेंगे। पूर्व में इसके लिए 21 मई 2025 की रात्रि 12:00 बजे तक आवेदन-पत्र भरने की तिथि नियत की गई थी।
पूर्वान्ह के समय होगी परीक्षा-
मुख्य परीक्षा में असफल रहे विद्यार्थियों का साल खराब न हो, इस उद्देश्य से मंडल ने इसी साल से दूसरी परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। यह परीक्षा प्रतिदिन सुबह 09 से दोपहर 12 बजे तक डिजिटाइज्ड परीक्षा केंद्रों पर कराई जाएगी। इसमें वे विद्यार्थी भी शामिल हो सकेंगे। मुख्य परीक्षा में
जिनका प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है। मंडल ने अभिभावकों और विद्यार्थियों से अंतिम तिथि से पहले पंजीकरण कराने को कहा है। अधिकारियों ने कहा कि अधिक जानकारी के लिए पोर्टल विजिट करें या अपने स्कूल से संपर्क करें। यह अवसर न केवल छात्रों के आत्मविश्वास को बढाता है, बल्कि उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा में बनाए रखने के लिए एक व्यवहारिक पहल भी है।
यह हैं परीक्षा कार्यक्रम-
हाई स्कूल (कक्षा 10वीं) की द्वितीय परीक्षा 17 जून से 26 जून 2025 तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा हायर सेकेंडरी (कक्षा 12वीं) की द्वितीय 17 जून से 05 जुलाई 2025 तक आयोजित होगी।
5वीं-8वीं बोर्ड की पुनः परीक्षा 02 जून सेराज्य शिक्षा केंद्र ने पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में अनुत्तीर्ण और अनुपस्थित विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा में मौका देने के लिए नई समय सारिणी जारी की है। दोबारा होने वाली ये परीक्षाएं 02 जून से शुरू होकर 09 जून तक चलेगी। पहले ये परीक्षाएं 23 मई से होनी थी, जिसे संशोधित करके राज्य शिक्षा केंद्र ने यह नई समय सारिणी जारी की है। जिले में इन दोनों परीक्षाओं में 07 हजार से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे। मार्च में हुई परीक्षा में जिले में दोनों ही कक्षाओं में 40 हजार से ज्यादा विद्यार्थी शामिल हुए थे। इस मुख्य परीक्षा में फेल हुए विद्यार्थियों की दोबारा परीक्षा 02 जून से शुरू हो रही हैं। इनका समय सुबह 10 से दोपहर 12.30 बजे के बीच रहेगा। इसमें सभी विषयों के प्रश्नपत्र लिए जाएंगे। दोबारा ली जा रही इस परीक्षा में फेल होने वाले विद्यार्थियों को फेल ही माना जाएगा।415 से ज्यादा बच्चे तो मिलेगा खेल शिक्षक-स्कूल शिक्षा विभाग ने पूर्व में जारी शालाओं की पद संरचना में बदलाव कर नवीन पद संरचना के आदेश जारी कर दिए हैं। इस आदेश के बाद प्राथमिक स्कूल में शिक्षकों की पद स्थापना में बच्चों की छात्र संख्या 15 बढ़ा दी है। यानी अब पहले की तुलना में ज्यादा स्टूडेंट होने पर ही शिक्षक बढ़ सकेंगे। छात्रों की संख्या 75 से कम होने पर सिर्फ दो शिक्षक ही रहेंगे। विभाग ने खेल शिक्षक को लेकर भी आदेश जारी किए हैं। आदेश के अनुसार कक्षा एक से 10वीं तक के ऐसे स्कूल जहां 415 से ज्यादा बच्चे हैं तो स्कूलों में प्राथमिक शिक्षक खेल का एक पद स्वीकृत किया है। यानी अब ऐसे स्कूल में खेल । शिक्षक भी रह सकेंगे। वहीं 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षक का एक पद स्वीकृत किया गया है।
ऐसी रहेगी नई संरचना-
पहले 60 बच्चों तक दो शिक्षक जरूरी थे। इस नियम में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया है। 61 या इससे ज्यादा होने पर पहले तीन शिक्षक का नियम था। अब 75 से अधिक होने पर तीन शिक्षकों की नियुक्ति हो सकेगी। 91 या इससे अधिक स्टूडेंट होने पर स्कूलों में पहले चार शिक्षक रखने का नियम था। अब 105 या अधिक होने पर चार शिक्षक रहेंगे। 121 या अधिक होने पर पहले पांच शिक्षक का नियम था। अब 135 या इससे अधिक होने पर स्कूल में पांच शिक्षक रहेंगे। 150 से अधिक होने पर 5 शिक्षक और एक प्रधानाध्यापक रहेंगे। 200 से अधिक होने पर छात्र शिक्षक अनुपात (प्रधानाध्यापक को छोडकर) चालीस (1 अनुपात 40) से अधिक नहीं होगा।
