सरकारी भर्तियों में लेटलतीफी से अभ्यर्थी परेशान

स्कूल शिक्षा विभाग की भर्तियों में सबसे ज्यादा परेशानी

उज्जैन। पूरे प्रदेश के साथ ही उज्जैन जिले में भी  सरकारी भर्तियों में लेटलतीफी से अभ्यर्थी परेशान हैं। परीक्षा होने के बाद परिणाम आने और फिर नियुक्ति होने में दो साल से ज्यादा का समय लग रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग की भर्तियों में सबसे ज्यादा परेशानी देखी जा रही है।

दो साल पहले शुरू की गई माध्यमिक शिक्षक (वर्ग-2) और प्राथमिक शिक्षक (वर्ग-3) भर्ती की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो पाई है और अब नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इस बार भी प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा जुलाई-अगस्त में ली जाएंगी। मंडल ने अगले साल होने वाली 18 परीक्षाओं की समय-सारिणी जारी कर दी है। पिछले साल की तीन परीक्षाएं भी जनवरी 2026 में होंगी। अभ्यर्थियों को बार-बार आवेदन करना पड़ता है, जिससे उन पर आर्थिक भार पड़ रहा है।  स्कूल शिक्षा विभाग ने वर्ग-3 के खाली पदों के लिए साल 2022 में नोटिफिकेशन जारी किया था। इसकी पात्रता परीक्षा साल 2023 में हुई थी। चयनित परीक्षार्थियों की चयन परीक्षा साल 2025 में हुई। इसके परिणाम 25 सितंबर 2025 को जारी हुए। चयनित अभ्यर्थी अब नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। देखा जाए तो शिक्षक भर्ती परीक्षा वर्ग-2 के अभ्यर्थी साल 2023 से परीक्षा दे रहे हैं, लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई। यही हाल शिक्षक भर्ती परीक्षा वर्ग-3 का है। वर्ग तीन के लिए भी दो परीक्षाएं हो रही हैं। पहले पात्रता भर्ती परीक्षा फिर चयन भर्ती परीक्षा देना पड़ता है।
 *संविदा कर्मियों को राहत, अब मिल सकेगी अनुकंपा नियुक्ति*

इधर  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, मप्र ने अपने 32,000 से अधिक संविदा कर्मचारियों के हित में बड़ा फैसला लिया है। अब कार्यरत संविदा कर्मचारी की आकस्मिक मृत्यु होने पर पीड़ित परिवार के आश्रित सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। यह प्रावधान एक अप्रैल से लागू हुए नवीनतम एचआर (एचआर) मैनुअल के तहत जोड़ा गया है। इस नीति पर तत्काल अमल करते हुए मिशन ने पहली अनुकंपा नियुक्ति जारी कर दी है। जिला चिकित्सालय टीकमगढ़ में संविदा एएनएम के पद पर कार्यरत कर्मचारी की आकस्मिक मृत्यु के बाद उनकी आश्रित पुत्री को निर्धारित शैक्षणिक योग्यता के आधार पर संविदा डाटा एंट्री आपरेटर के पद पर नियुक्ति प्रदान की गई है। मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश डा. सलोनी सिडाना ने नवनियुक्त कर्मचारी को नियुक्ति पत्र सौंपा। पूर्व में आकस्मिक मृत्यु होने पर पीड़ित परिवार को केवल अनुग्रह राशि दिए जाने का प्रावधान था, लेकिन अब आश्रित सदस्य अनुकंपा नियुक्ति और अनुग्रह राशि में से किसी एक का चुनाव कर सकता है। अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने के लिए मिशन संचालक को सक्षम अधिकारी नामांकित किया गया है।

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