व्यापारी को 47 लाख की चपत लगाकर गायब हुआ दोस्त -बंद खातों के दिये चैक, अनुबंध पत्र कराया था तैयार

उज्जैन। निजी और व्यवसायिक आवश्यकता का हवाला देकर व्यापारी दोस्त से 47 लाख रूपयों को ट्रांजेक्शन अपने खाते में कराने के बाद युवक लापता हो गया। रूपये लेने के दौरान उसने 7 चैक दिये थे और अनुबंध पत्र तैयार कराया था। चैक बंद खाते का होने पर व्यापारी ने मामले की शिकायत थाने पहुंचकर दर्ज कराई। जांच के बाद मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है।
नागदा थाना प्रभारी अमृतलाल गवरी ने बताया कि महात्मा गांधी मार्ग पर रहने वाले श्रेयांश पिता सुरेन्द्र कुमार जैन किराना व्यापारी है। उन्होने शिकायती आवेदन देकर बताया कि नागदा में ही व्यापार करने वाला राहुल पोरवाल उनका मित्र है। उसके परिवार से भी घनिष्ट संबंध है। दिसंबर 2024 में राहुल ने निजी और व्यवसायिक जरूरत होने पर 47 लाख रूपये उधार लिये थे। बदले में 7 लाख 50 हजार के सात चैक दिये और अनुबंध पत्र तैयार कराया। रूपये लौटाने का तकाजा 2027 तक किया गया था। उन्होने राहुल पोरवाल को रूपये उसके खाते में ट्रांसफर कर दिये। 25 जनवरी 2025 को पहला चैक खाते में लगाया गया तो पता चला कि राहुल ने जिस खाते का चैक दिया है वह बंद हो चुका है। थाना प्रभारी के अनुसार आवेदन पर मामले की जांच एसआई योगिता उपाध्याय को सौंपी गई। राहुल पोरवाल के परिवार से संपर्क किया गया तो सामने आया कि वह लापता हो चुका है। परिवार का उससे कोई संबंध नहीं है। उसके ऊपर लाखों का कर्ज हो चुका है। जांच में आये तथ्यों के आधार पर मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। राहुल की तलाश उसकी मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर शुरू की गई है।

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