लापता बालिका 11 साल बाद दो बच्चों के साथ मिली

उज्जैन। लापता बालक-बालिकाओं की तलाश के लिए आॅपरेशन मुस्कान में विशेष टीमे बनाई गई है। नीलगंगा थाना टीम ने एक ऐसी बालिका को 11 साल बाद खोज निकाला, जिसने लापता होने के 4 साल बाद शादी कर ली थी। टीम उसे दो बच्चों और पति के साथ उज्जैन लेकर आई है।
नीलगंगा थाना प्रधान आरक्षक कपिल राठौर ने बताया कि वर्ष 2014 में ग्रामीण कोटा थाना चेचेट के गांव खाणी की रहने वाली 14 वर्षीय बालिका मजदूरी के लिए विद्यापति नगर आई थी। जहां से लापता हो गई थी। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसके बाद से उसकी तलाश जारी थी। बालिका की मां उसे छोड़कर जा चुकी थी वहीं कुछ साल पहले पिता का भी निधन हो गया था। बालिका के मामले में अपहरण का प्रकरण दर्ज होने और 11 साल बाद भी पता नहीं चलने पर वर्तमान में बालक बालिकाओं की तलाश के लिए शुरू किए गए आॅपरेशन मुस्कान में उक्त लापता बालिका का मामला शामिल किया गया। सीएसपी दीपिका शिंदे और थाना प्रभारी तरुण कुरील के निर्देशन में बनाई गई विशेष टीम में शामिल प्रधान आरक्षक नितिन चौहान, आरक्षक अंकित सिंह चौहान के साथ बालिका की तलाश शुरू की गई। बालिका के गांव से जानकारी एकत्रित की गई जिसमें पता चला कि जिसकी तलाश पुलिस कर रही है उसने बालिग होने के बाद वर्ष 2019-20 में शादी कर ली है। वह पति और दो बच्चों के साथ कोटा ग्रामीण क्षेत्र में ही रह रही है। जानकारी सामने आते ही टीम गांव खाणी पहुंची और लापता बालिका को खोज निकाला। पूछताछ में सामने आया कि वहां मजदूरी करने के बाद अपने दीदी-जीजा के यहां चली गई थी। 19 वर्ष की होने पर शादी कर ली। प्रधान आरक्षक कपिल राठौर के अनुसार 11 साल पहले दर्ज अपहरण के मामले का निराकरण करने के लिए उसे दो बच्चों और पति के साथ उज्जैन लाया गया। बुधवार दोपहर कोर्ट में 164 के बयान दर्ज कराए गए हैं। कोर्ट और पुलिस की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसे पति के साथ वापस भेज दिया जाएगा। उसका एक बेटा 5 वर्षीय और दूसरा 3 साल का है।

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