उज्जैन। माधवनगर अस्पताल में ठेके पर काम करने वाला कम्प्यूटर आॅपरेटर 7 युवको से लाखों रूपये लेकर लापता हो गया। आॅपरेटर ने सभी को अस्पताल में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। ठगाये युवक गुरूवार को अस्पताल प्रभारी के पास पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि माधवनगर अस्पताल में ठेके पर कम्प्यूटर आॅपरेटर का काम करने वाला अर्जुन पिता राजाराम रायकवार ग्राम तुमड़ावदा 8 दिनों से लापता है। जिसकी तलाश कुछ युवको द्वारा की जा रही थी। अर्जुन रायकवार के नहीं मिलने पर सभी युवक अस्पताल प्रभारी डॉ. विक्रम रघुवंशी के पास पहुंचे और बताया कि अर्जुन ने अस्पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रूपये लिये है। उन्हे ना तो नौकरी मिली, ना ही अर्जुन मिल रहा है। कम्प्यूटर आॅपरेटर का कारनामा सामने आते ही हडकंप मच गया। अर्जुन की करतूत का शिकार हुये श्यामलाल मालवीय ने बताया कि उससे 2.20 लाख रूपये लिये गये थे, वासुदेव पहिार ने शासकीय अस्पताल में नौकरी मिलने की आस में 3.20 लाख रूपये थमा दिये थे। कुलदीप सांकला का कहना था कि 70 हजार और दीपक मालवीय ने 60 हजार रूपये देने की बात कहीं। रूपये देने वालों में धर्मेन्द्र जयसवाल, संजय लिम्बोला और गब्बर परमार भी शामिल है। कम्प्यूटर आॅपरेटर की करतूत पर अस्पताल प्रभारी डॉ. रघुवंशी ने बताया कि अर्जुन ठेके पर काम करता था, अस्पताल से उसका कोई लेनादेना नहीं है। युवको के साथ हुई ठगी के संबंध में ठेकेदार से पूछताछ की जायेगी। यह जानकारी भी सामने आई कि कम्प्यूटर पर वह ओपीडी पर्ची बनाता था, जिसके 35 हजार रूपये भी उसके पास थे। वह भी जमा नहीं कराये गये है। अर्जुन द्वारा की गई धोखाधड़ी की शिकायत ठगाये युवको पुलिस को दर्ज करा सकते है।
पंवासा की युवती को लेकर हुआ लापता
नौकरी के नाम पर युवको से ठगी करने वाला अर्जुन रायकवार 4 दिन पहले पंवासा थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती को लेकर लापता हो गया था। युवती के परिजनों ने उसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। इस मामले में थाना प्रभारी रविन्द्र कटारे ने बताया कि वह अर्जुन की तलाश में लगे थे। भैरवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम तुमडावदा में भी दबिश दी गई थी, लेकिन वह लापता होना सामने आया था। इस बीच गुरूवार देर शाम को उसके साथ गई युवती अपने घर लौट आई थी। जो बालिग है, उसे शुक्रवार सुबह बुलाकर बयान दर्ज किये जायेगें।
शादीशुदा महिला के साथ रहता था अर्जुन
बताया जा रहा है कि अर्जुन रायकवार काफी शातिर दिमाग का युवक है। वह शादीशुदा होकर बच्चों का पिता था। उसकी पत्नी उसे छोड़कर दूसरे के साथ चली गई है। पत्नी के छोड़ने पर उसने शादीशुदा 2 बच्चों की मां को अपने साथ रख लिया था। उसका ठिकाना बाघेश्वरी माता मंदिर के आसपास का होना बताया जा रहा है। माधवनगर अस्पताल में कई महिनों से कम्प्यूटर आॅपरेटर का काम भी कर रहा था। उसकी ठगी के शिकार कुछ ओर लोग सामने आ सकते है।
माधवनगर अस्पताल में कम्प्यूटर आपरेटर का कारनामा नौकरी दिलाने के नाम पर 7 युवको से ठगे लाखों रूपये
